CG Health Review Meeting: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) ने स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक सुलभ बनाने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को अपने घर के पास ही इलाज की बेहतर सुविधा मिलनी चाहिए और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) को योजनाओं के विस्तार पर गंभीरता से काम करना होगा।
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एनीमिया, मातृ स्वास्थ्य और कुष्ठ रोग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत
मुख्यमंत्री साय ने एनीमिया (Anemia), मैटरनल हेल्थ प्रोग्राम (Maternal Health Program) और कुष्ठ रोग (Leprosy) जैसी बीमारियों को प्राथमिकता देने की बात कही।
उन्होंने स्पष्ट किया कि आम जनता के इलाज में कोई कोताही न हो और इसके लिए आवश्यक स्टाफ की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि पीएससी (PSC) और व्यापम (Vyapam) के माध्यम से रिक्त पदों की भर्ती शीघ्र की जाए।
टीबी और मलेरिया पर राज्य का प्रदर्शन सराहनीय
बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया (Health Secretary Amit Kataria) ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में टीबी (TB) और मलेरिया (Malaria) जैसी बीमारियों के उन्मूलन की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है।
टीबी इलाज की सफलता दर 90 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है और 100% टीबी मरीजों की पहचान कर उनका उपचार किया गया है। साथ ही मार्च 2025 तक 94% टीकाकरण (Immunization) लक्ष्य पूरा करने की योजना है।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल (Shyam Bihari Jaiswal) ने सरकार की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को सामने रखा।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन (Amitabh Jain), मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh), सचिव पी दयानंद (P Dayanand), आयुक्त चिकित्सा शिक्षा शिखा राजपूत तिवारी (Shikha Rajput Tiwari), डॉ. प्रियंका शुक्ला (Dr. Priyanka Shukla), और दीपक अग्रवाल (Deepak Agrawal) समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
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