हाइलाइट्स
-
उज्जैन के युवक की क्रिकेट खेलने के दौरान मौत्
-
दुबई में इवेंट मैनेजमेंट का काम करता था
-
6 दिन बाद उज्जैन आया शव, अंतिम संस्कार
Ujjain News: मध्यप्रदेश के उज्जैन के एक युवक की दुबई में क्रिकेट खेलते वक्त मौत हो गई। 27 साल के रोमित चंचलानी वहां इवेंट मैनेजमेंट का काम कर रहे थे और कई सालों से वहीं बस गए थे। उनकी मौत के लगभग 6 दिन बाद शनिवार, 3 मई को उनका शव उज्जैन पहुंचा, जहां चक्रतीर्थ पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। परिवार वालों ने बताया कि दुबई से शव लाने में उनके हिंदू और मुस्लिम दोस्तों ने सबसे ज्यादा मदद की। उनकी मेहनत और सहयोग से ही हम उज्जैन में उनका अंतिम संस्कार कर पाए।
उज्जैन के रोमित की इस तरह हुई मौत
रोमित के माता-पिता उज्जैन में रहते हैं। ललित और ममता चंचलानी के बेटे रोमित को क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था। वह हर रविवार अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने जाता था। उसके पिता ललित चंचलानी ने बताया कि रोमित 2007 से दुबई में था, वहीं उसने पढ़ाई की थी। पिछले रविवार को उसकी मां ने उसे क्रिकेट खेलने से मना किया था, लेकिन वह नहीं माना। क्रिकेट खेलते समय उसे सीने में दर्द हुआ और वह अचानक गिर पड़ा। कुछ देर तक दोस्तों ने उसे संभाला, फिर वह उनके साथ IPL का मैच देखने लगा। वहीं वह बेसुध हो गया। दोस्त तुरंत उसे अस्पताल ले गए। इलाज शुरू होते ही उसे दूसरा अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई।
ये भी पढ़ें: MP में खौफनाक वारदात, पत्नी की हत्या कर घर में दफनाया शव, दुर्गंध फैली तो पति ने कीटनाशक पीकर की आत्महत्या
रोमित की मां ने विदेश से लाने की प्रक्रिया आसान बने
मां ममता चंचलानी ने कहा कि मुझे लगता है कि उसे कोविड हुआ था, इसलिए उसे अटैक आया। रोमित का कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ा हुआ था। दुबई में उसने जांच कराई थी, तब सभी रिपोर्ट सामान्य आई थीं। लेकिन अचानक उसकी मौत ने हमें सब कुछ छीन लिया। बेटे का शव उज्जैन लाने में उसके दोस्तों ने बहुत मदद की। बॉडी लाने में 6 दिन की लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। विदेश में रहने वाले बच्चों के साथ अगर कोई अनहोनी होती है, तो उन्हें भारत लाने की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहिए।
चीन से MBBS करने वाले छात्रों को HC से बड़ी राहत: प्री पीजी एग्जाम में बैठने की दी अनुमति
MBBS Students Relief: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट जबलपुर ने विदेश से MBBS करने वाले स्टूडेंट्स के लिए इंटर्नशिप की अवधि एक साल और बढ़ाए जाने के मामले में बड़ी राहत दी है। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने याचिका सुनवाई करते हुए कहा कि खेल प्रारंभ होने के बाद नियमों में बदलाव नहीं किया जा सकता है। हाईकोर्ट जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डबल बेंच ने याचिकाकर्ता डॉक्टरों को प्री पीजी एग्जाम में बैठने की अनुमति प्रदान करते हुए अनावेदकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…