हाइलाइट्स
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सीएम ने सीतामऊ प्रदर्शनी-मेले को एक दिन के लिए और बढ़ाया
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400 करोड़ रुपए से ज्यादा के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन
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सीएम ने कहा- किसानों की आमदनी बढ़ाने सभी जरूरी काम होंगे
Krishi Udyog Samagam 2025: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के सीतामऊ में कृषि उद्योग समागम 2025 (Krishi Udyog Samagam 2025) का शनिवार, 3 मई को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इसके बाद सीएम ने कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सीएम ने यहां 400 करोड़ रुपए से ज्यादा के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।
सीएम ने मेला-प्रदर्शनी को एक दिन बढ़ाया
सीएम मोहन यादव ने सीतामऊ में चल रहे किसान मेला और प्रदर्शनी को एक दिन और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा, अब एक दिन का मेला अब 4 मई की शाम तक रहेगा। जिससे किसान प्रदर्शन में दिखाए गए कृषि यंत्रों को ठीक से देख सकें और भविष्य में उसका लाभ उठाएं। इससे पहले सीएम ने सीतामऊ कृषि उद्योग समागम में 8 विभागों द्वारा किसानों से जुड़े विविध तरह के लगाए गए 100 राज्य स्तरीय स्टॉलों का अवलोकन किया। इन स्टॉल के माध्यम से कृषकों को उन्नत तकनीकी, खेती किसानी की जानकारी, नवाचार, उन्नत किसान के संबंध में बताया गया।
सीएम डॉ. मोहन यादव सीतामऊ कृषि उद्योग समागम में नई घोषणाएं करते हुए। पास खड़े हैं विधायक हरदीप सिंह डंग।
मप्र नदियों को मायका
सीएम ने कहा, एक तरह से मप्र नदियों का मायका है। देश की सभी बड़ी नदियों की ताकत मध्यप्रदेश की नदियों में ही छिपी है। यहां चंबल समेत अन्य नदियों का जल देश के सभी नदियों में जाता है।
पराली ना जलाने का किया आग्रह
सीएम ने सभी किसानों से पराली ना जलाने का निवेदन किया और कहा कि आप कहीं भी पराली जलाओगे उसका फोटो सेटेलाइट से आ जाता है। उन्होंने कहा, यहां कृषि यंत्रों की पदर्शनी लगी है। इसमें कई यंत्र हैं जो पराली को खेत में ही खाद बना देंगे। इसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें।
संतरा अब मंदसौर-नीमच के नाम से बिकना चाहिए
सीएम ने कहा, अब किसानों को फसलें सड़क पर नहीं फैंकनी पड़ेंगी। इसके लिए टमाटर, प्याज, लहसुन का मशीनों द्वारा पाउडर बनाकर उसे बेच सकेंगे। इसके लिए सरकार सहायता देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, मंदसौर-नीमच का संतरा नागपुर के नाम से नहीं बल्कि मंदसौर-नीमच के नाम से ही बिकना चाहिए। इसे भी ब्रांड बनाना चाहिए। कृषि का लाभ का धंधा बनाने के लिए जितने भी काम हो सकते हैं उन्हें किया जाएगा।
सीएम ने किसानों से कहा- जमीन कभी मत बेचना
सीएम ने किसानों से कहा कि कोई भी परेशानी आ जाए, लेकिन अपनी जमीन मत बेचना। कर्ज लेकर काम चला लेना, धरती हमारी माता है। यह बाप-दादाओं की दी हुई संपत्ति है। सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पित है। किसानों को तीन साल में 32 लाख सोलर पंप देने वाले हैं। बिजली के लिए भी आत्मनिर्भर बनाएंगे। किसान यदि ज्यादा बिजली उत्पादित करेगा तो उसे सरकार खरीदेगी।
दूध उत्पादन 20 प्रतिशत तक बढ़ना है
सीएम मोहन यादव ने कहा कि अभी मप्र को देश कुल दूध उत्पादन का केवल 2 प्रतिशत है। जिसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक ले जाना है। इसके लिए कम से कम 25 गाय-भैंस पालने वालों को 40 रुपए प्रति मवेशी प्रति दिन सरकार राशि मुहैया कराएगी। जिससे ज्यादा किसान दूध का उत्पादन करें और यह वृद्धि 20 प्रतिशत तक पहुंचे। सीएम ने कहा, जिसके घर गाया वो गोपाल कहलाएगा।
सीएम ने कहा परंपरागत फसलों के अलावा फल, सब्जी और बागवानी करने वाले किसानों को प्रोत्साहन और मदद के लिए सरकार किसानों के साथ है। फसल उगाने से लेकर उसके विक्रय तक की व्यवस्था की जा रही है।
नवीन कृषि तकनीकों का प्रदर्शन
समागम स्थल पर देश के कृषि और उद्यानिकी के क्षेत्र में आधुनिक यंत्रों, उपकरणों का उत्पादन करने वाली इकाइयों द्वारा स्टॉल लगाए गए। इनमें आधुनिक कृषि यंत्र ट्रैक्टर, हैप्पी सीडर, प्याज-लहसुन बुआई यंत्र, ड्रोन, एआई आधारित उपकरण, पॉवर स्प्रेयर, सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र ड्रिप, मिनी स्प्रिंकलर, सेंसर-आधारित उर्वरक संयंत्र, कृषि एवं उद्यानिकी की नवीनतम एवं उन्नत किस्में, पॉली/नेट हाउस, मल्चिंग, पौंड लाइनिंग आदि, जैविक और नैनो फर्टिलाइजर, कस्टमाइज्ड माइक्रो न्यूट्रिएंट्स, गौशाला उत्पाद, दुग्ध एवं हर्बल उत्पाद, पशु आहार, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, बायो-फ्लॉक्स, टैंक और केज कल्चर मॉडल, एक्वेरियम डिस्प्ले शामिल हैं।
किसानों को हितलाभ वितरण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा कृषि-उद्यानिकी विभाग से संबंधित योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरण किया और निवेशकों से सीधी चर्चा की।
सीएम राइज स्कूल भवन चंदवासा का लोकार्पण
सीएम मोहन यादव ने सीतामऊ में 33 करोड़ 14 लाख से निर्मित (सीएम राइज स्कूल) महर्षि सांदीपनी विद्यालय भवन चंदवासा का लोकार्पण किया। साथ ही दुधाखेड़ी में 400 करोड़ के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। अब मंदसौर जिले में चार सीएम राइज स्कूल हो गए हैं।
एग्री-हॉर्टी एक्सपो-2025 में इन विभागों की सहभागिता
कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य, कृषि अभियांत्रिकी एमएसएमई, मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन, एमपी एग्रो सहित राज्य सरकार के कई अन्य विभाग एवं संस्थान शामिल हुए।
प्राकृतिक एवं जैविक खेती के मॉडल
समागम में भाग लेने वाले किसानों और एफपीओ प्रतिनिधियों के लिए प्राकृतिक और जैविक खेती का लाइव प्रदर्शन किया गया, जिसके माध्यम से किसानों को जैविक खेती की आधुनिक और उन्नत तकनीक से अवगत कराया गया।
समागम में कृषि, औषधीय फसलों पर आधारित उद्योगों, एफपीओ, निर्यातकों व क्रेता-विक्रेताओं के लिए संवाद व नेटवर्किंग सत्र का आयोजन भी किया गया। जिसमें विशेषज्ञों द्वारा उत्पादन के साथ निर्यात, तकनीकों और प्रक्रियाओं के विषय में जानकारी दी गई।
मदर डेयरी को हर दूसरे दिन मंदसौर दे रहा 1 लाख लीटर दूध
सांसद सुधीर गुप्ता ने बताया कि मंदसौर सर्वाधिक फसलें उत्पादन करने वाला क्षेत्र है। यहां करीब 150 तरह की फसलें हो रही हैं। इस मामले में यह हैदराबाद के बाद मंदसौर देश का दूसरा क्षेत्र है। उन्होंने कहा, दिल्ली की मदर डेयरी को एक लाख लीटर दूध हर दूसरे दिन मंदसौर दे रहा है। एक अन्य जानकारी के मुताबिक मंदसौर जिले की 148 ग्राम पंचायतें टीवी मुक्त हुई हैं।
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समागम में मंत्री एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे
समागम में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, प्रभारी मंत्री निर्मला भूरिया, स्थानीय सांसद सुधीर गुप्ता समेत विधायकगण तथा प्रदेश भर से आए कृषक, उद्यमी, निर्यातक और एफपीओ प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
सीतामऊ विधायक हरदीप सिंह डंग ने स्वागत भाषण में विकास कार्यों के लिए धन्यवाद दिया। वहीं कुछ निर्माण और विकास कार्यों की मांगें रखीं।
मोहन सरकार फिर लेगी 5 हजार करोड़ का लोन, अलग-अलग किश्तों में लिया जाएगा उधार, MP पर 4.21 लाख करोड़ का कर्ज
MP Goverment 5000 crore Loan: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार एक फिर बड़ा कर्ज लेने जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 का एक महीने बीतते ही 5,000 करोड़ रुपए का नया कर्ज लेने का फैसला लिया है। इस वित्तीय वर्ष का यह पहला कर्ज दो किश्तों में लिया जाएगा। यह 2500-2500 करोड़ की दो अलग-अलग किस्तों में लिया जाएगा। पहली किश्त 12 साल और दूसरी किश्त 14 साल की अवधि के लिए होगी। इससे साथ ही सरकार का कुल कर्ज बढ़कर 4.21 लाख करोड़ रुपए हो गया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…