हाइलाइट्स
- सिवनी नगर पालिका अध्यक्ष पद से हटाए गए शफीक खान।
- शफीक खान पर वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध।
- भ्रष्टाचार में दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों से वसूली के निर्देश।
Seoni Nagar Palika corruption case: मध्य प्रदेश सरकार ने सिवनी नगर पालिका परिषद में वित्तीय गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने मामले में दोषी पाए जाने के बाद कांग्रेस से नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है। साथ ही शासन ने रिकवरी के आदेश जारी किए हैं। वहीं खान की कुर्सी जाते ही सिवनी कांग्रेस में हड़कंप मच गया।
भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई
सिवनी नगर पालिका में लंबे समय से चल रही वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मामलों पर आखिरकार मध्य प्रदेश सरकार ने एक्शन लिया है। सरकार ने नगर पालिका अध्यक्ष और कांग्रेस नेता शफीक खान को पद से हटा दिया है। यह कार्रवाई मध्य प्रदेश नगरपालिका अधिनियम 1961 के के तहत की गई है। शफीक खान के खिलाफ निर्माण कार्यों और सामग्री खरीद में वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप सिद्ध हुए हैं। राज्य शासन ने इस कार्रवाई को लेकर आदेश जारी किया है।
भ्रष्टाचार की जांच, दोषी पाए गए कई अधिकारी
जानकारी के अनुसार नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा की गई जांच में पाया गया कि सिवनी नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान समेत कई अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त थे। सभी से राजस्व की वसूली करने के आदेश जारी भी किए गए हैं।
सिवनी नगर पालिका बना भ्रष्टाचार का गढ़
स्थानीय लोगों के अनुसार, नगर पालिका में कांग्रेस की सत्ता के बावजूद सालों से जमकर भ्रष्टाचार होता रहा। सत्ताधारी दलों की नजर होते हुए भी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई। नगर पालिका में जनता के पैसे की जमकर लूट की गई।
लीज घोटाले ने बढ़ाई चिंता
सभापति हाजी सोहेल पाशा ने करोड़ों की संपत्ति को बेहद सस्ते दामों पर लीज पर देने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें पद से हटाने की कार्रवाई ने राजनीतिक साजिश की ओर इशारा किया। मामले में हाजी पाशा ने शिकायत को लेकर पद से हटाने के आरोप लगाए थे। इधर, जनता और सामाजिक संगठनों का कहना है कि अब तक के घोटालों की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए और दोषियों से सख्त वसूली की जाए।
कांग्रेस की चुप्पी पर भी उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने कहा कि नगर पालिका में भ्रष्टाचार खुलकर चलता रहा लेकिन कांग्रेस ने गंभीरता नहीं दिखाई। स्थानीय कांग्रेस नेताओं की ओर से पूरे मामले में चुप्पी साधे रखने पर भी जनता ने सवाल उठाए हैं। जिला अध्यक्ष राजकुमार खुराना की निष्क्रियता को लेकर भी नाराजगी है।
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कुर्सी के नया दावेदार कौन?
शफीक खान को अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद नया नपाध्यक्ष कौन होगा इसको लेकर चर्चा जोरों पर हैं, अब सवाल यह है कि शफीक खान की जगह कौन लेगा? क्या कांग्रेस फिर से अध्यक्ष बनाएगी या बीजेपी इस अवसर को भुनाएगी?
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