UP Doctors Suspend: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्त रुख अपनाया है। चिकित्सा विभाग में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए 15 डॉक्टरों को निलंबित किया गया है।
इनमें कुछ डॉक्टर ड्यूटी के दौरान नशे में पाए गए, तो कुछ प्राइवेट क्लीनिक चलाते हुए पकड़े गए। कई और डॉक्टरों के खिलाफ जांच और वेतन रोकने जैसे सख्त कदम उठाए गए हैं।
ड्यूटी के दौरान नशा
भदोही के महाराजा चेत सिंह जिला अस्पताल में तैनात फिजीशियन डॉ. प्रदीप कुमार यादव पर निजी प्रैक्टिस करने का आरोप साबित होने के बाद उनकी दो वेतन वृद्धियां स्थायी रूप से रोक दी गई।
वित्तीय अनियमितता के आरोप, जांच के आदेश
स्वास्थ्य महानिदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील वर्मा पर औरेया में चिकित्साधिकारी रहते वित्तीय गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में निदेशक (प्रशासन) को जांच के आदेश दिए गए हैं, साथ ही प्रमुख सचिव को विभागीय कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं।
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लापरवाही और अनुशासनहीनता पर सख्त रुख
5 अन्य डॉक्टरों पर भी डिप्टी सीएम ने अनधिकृत अनुपस्थिति, मरीजों की लापरवाही और अनुशासनहीनता को लेकर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इन डॉक्टरों के नाम इस प्रकार हैं:
डॉक्टर का नाम | तैनाती स्थान | जनपद |
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डॉ. रितेश कुमार सिंह | कप्तानगंज सीएचसी | कुशीनगर |
डॉ. दीप्ती गुप्ता | केपीएम नगरीय पीएचसी | कानपुर नगर |
डॉ. तनवीर असलम अंसारी | गोला सीएचसी | गोरखपुर |
डॉ. अकांक्षा पनवार | बरनाहल सीएचसी | मैनपुरी |
डॉ. रखशिंदा नाहिद | कछौना सीएचसी | हरदोई |
दो डॉक्टरों से मांगा गया स्पष्टीकरण
डिप्टी सीएम ने डॉ. समीर प्रधान (ललितपुर) और डॉ. पूनम सिंह (बुलंदशहर) से लापरवाही को लेकर जवाब देने को कहा है।
मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों पर भी गिरी गाज
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बांदा मेडिकल कॉलेज में सर्जरी विभाग के दो सहायक आचार्य, डॉ. अनूप कुमार सिंह और डॉ. सोमेश त्रिपाठी पर कार्रवाई की तैयारी है।
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कुशीनगर मेडिकल कॉलेज की गायनी विशेषज्ञ डॉ. रुचिका सिंह पर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
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शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. अभय सिन्हा और वर्तमान प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार पर सेवा प्रदाता कंपनी से साठगांठ कर लाभ दिलाने के आरोप हैं, जिन पर विभागीय जांच होगी।
डिप्टी सीएम ने चेताया, बर्दाश्त नहीं होगी लापरवाही
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने साफ कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी लापरवाही और भ्रष्टाचार को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश में मरीजों को बेहतर इलाज मिले, इसके लिए जिम्मेदार डॉक्टरों की जवाबदेही तय की जा रही है।
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