रिपोर्ट- आलोक राय, लखनऊ
हाइलाइट्स
- रेरा ने 12 दागी कर्मचारियों को किया बर्खास्त
- रिश्वत लेते हुए एंटी-करप्शन टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया
- ईमानदारी सुनिश्चित करने के लिए सख्त निगरानी तंत्र लागू
UP Rera Employee Corruption: योगी आदित्यनाथ सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की नीति को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) में बड़ी कार्रवाई की है। 12 अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके खराब आचरण और भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है।
किन पदों के अधिकारियों पर हुई कार्रवाई?
- 3 जूनियर इंजीनियर (JE)
- 1 सहायक लेखाकार
- 4 कंप्यूटर ऑपरेटर
- 1 हेल्प डेस्क कर्मचारी
- 1 चपरासी
क्यों हुई बर्खास्तगी?
गौरतलब है कि इन अधिकारियों पर ईमानदारी पर संदेह और अनियमितताओं के आरोप लगे थे। पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए आंतरिक निगरानी तंत्र के तहत जांच। हाल ही में एक लेखाकार को रिश्वत लेते हुए एंटी-करप्शन टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
“कोई भ्रष्ट बख्शा नहीं जाएगा” – यूपी रेरा अध्यक्ष
यूपी रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने कहा कि प्राधिकरण ने कर्मचारियों की ईमानदारी सुनिश्चित करने के लिए सख्त निगरानी तंत्र लागू किया है। उन्होंने बताया कि हर कर्मचारी से शपथ-पत्र लिया जाता है और किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जाती है।
योगी सरकार की सख्त नीति
पिछले कुछ समय में कई आईएएस, पीसीएस अधिकारियों समेत सैकड़ों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई। भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत एंटी-करप्शन ब्यूरो की सक्रियता। जनता की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई। यूपी सरकार के “न भयभीत, न भ्रष्ट” (Na Bhay, Na Bhrasht) के सिद्धांत को दर्शाती है।
Lucknow University: पहलगाम आतंकी हमले के बाद आगे आया लखनऊ विश्वविद्यालय, पीड़ित परिवारों को दी मुफ्त शिक्षा की सौगात
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को सहायता पहुंचाने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने ऐलान किया है कि 26 पीड़ित परिवारों के किसी भी सदस्य को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। पढ़ने के लिए क्लिक करें