CG Teacher Rationalization Controversy: छत्तीसगढ़ में स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश भर के कलेक्टरों को युक्तियुक्तकरण के दिशा-निर्देश और संशोधित समय-सारणी (CG Teacher Rationalization Controversy) भेजी है। विभाग का कहना है कि यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के अनुरूप छात्रों के हित में उठाया गया है।
शालेय शिक्षक संघ (CG Teacher Rationalization Controversy) के अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने विभाग के इस निर्णय का तीखा विरोध किया है। उनका कहना है कि स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के लिए जिन मापदंडों को आधार बनाया गया है, वे 2 अगस्त 2024 के पुराने आदेश पर आधारित हैं, जिसका पहले भी जमकर विरोध हुआ था। दुबे ने आरोप लगाया कि विभाग ने शिक्षक संगठनों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों की पूरी तरह अनदेखी की है।
इस तरह के फैसले से पढ़ाई प्रभावित
वीरेंद्र दुबे ने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में 5 कक्षाओं के संचालन के लिए केवल दो शिक्षकों (CG Teacher Rationalization Controversy) की व्यवस्था अव्यवहारिक है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने कम स्टाफ में बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना कैसे संभव होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के फैसले से नौनिहालों की पढ़ाई और भविष्य प्रभावित हो सकता है।
ये खबर भी पढ़ें: भिलाई में बड़ा हादसा: चौहान स्टेट की लिफ्ट से गिरा युवक; इलाज के दौरान मौत, रेस्क्यू कर निकाला, पहले भी हुआ था हादसा
पुरानी प्रक्रिया फिर से लागू, सुझावों की अनदेखी
शिक्षक संघ का आरोप है कि विभाग ने पूर्व में दिए गए सुझावों पर विचार नहीं किया और वही पुराने मापदंड लागू कर दिए, जिनके खिलाफ पहले भी व्यापक आंदोलन हुआ था। संघ ने मांग की है कि युक्तियुक्तकरण से पहले उनके सुझावों को गंभीरता से लिया जाए और नए दिशा-निर्देश उसी के अनुसार तैयार किए जाएं।
ये खबर भी पढ़ें: Lord Parshuram Jayanti: सतयुग से कलियुग तक किस-किस रूप में जन्मे भगवान परशुराम, जानें उनसे जुड़ी कुछ खास बातें