Bhopal Housing Board Flat Sarkari Schemes Rules: अगर आपने भी अपना मकान किराए पर दिया है तो ये खबर आपको जरूर पढ़ लेनी चाहिए।
सरकार ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने जा रही है जिन्होंने हाउसिंग फॉर ऑल स्कीम (Housing For All Acheme) के तहत मकान लिए हैं लेकिन अपने मकान रहने की जगह किराए पर दे दिया है।
अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो सरकार आपका आवंटन निरस्त कर सकती है।
दक्षिण-पश्चिम विस से शुरु हुआ सर्वे, महीनेभर चलेगा
राजधानी में हाउसिंग फॉर ऑल (एचएफए) समेत अन्य योजना के तहत आवंटित किए गए फ्लैट का सर्वे शुरू किया गया है। सर्वे की शुरुआत दक्षिण-पश्चिम विधानसभा से की गई है। 21 अप्रैल से शुरू हुआ यह सर्वे करीब महीनेभर चलेगा। जिला प्रशासन की अगुवाई में किए जा रहे इस सर्वे में नगर निगम का अमला भी शामिल है।
सर्वे के दौरान टीमें यह पता कर रही हैं कि इन फ्लैट में वास्तविक हितग्राही रह रहे हैं या फिर कोई और। बताया गया है कि अगर फ्लैट (Sarkari Flat Scheme) में किराएदार या फिर हितग्राही के रिश्तेदार आदि रहते मिलते हैं या फिर फ्लैट का उपयोग ही नहीं किया जा रहा है तो ऐसी स्थिति में प्रशासन की ओर से आवंटन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा सर्वे-21 अब तक सिर्फ अंबेडकर नगर के 84 फ्लैट का सर्वे किया गया है। जबकि, अंबेडकर नगर, आराधना नगर, राहुल नगर, श्याम नगर, शबरी नगर, मद्रासी कॉलोनी और अर्जुन नगर समेत अन्य प्रोजेक्ट में यह सर्वे किया जाना है।
क्या हैं नियम
आपको बता दें नियम अनुसार हाउसिंग फॉर ऑल नियम के तहत स्कीम का लाभ एक ही बार मिल सकता है। नियमानुसार सरकारी योजनाओं में से कोई भी व्यक्ति एक ही बार लाभ ले सकता है। इसका मतलब जो लोग झुग्गी में रहते हैं उन्हें एचएफए के तहत मकान मिला हो तो उस परिवार को दूसरा मकान नहीं मिल सकता। यानी यदि ऐसे लोग अपना मकान किराए पर देकर कमाई कर रहे हैं तो उनका आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। इसके बाद दोबारा मकान नहीं मिलेगा।
यह देखा जा रहे सर्वे में
सर्वे में पाया गया कि फ्लैट का उपयोग आवंटी खुद न करके या तो किराए पर मकान दे रखा है अपने रिश्तेदारों को दे रखा है।
1: अवैध कब्जेधारी मिली
आपको बता दें फ्लैट में रहने वाले व्यक्ति को प्रशासन की ओर से फ्लैट का आवंटन किया गया है उसमें पाया गया है कि लोग बिना किसी दस्तावेज के अवैध रूप से रह रहे हैं।
2: एक से ज्यादा फ्लैट तो नहीं
सर्वे में देखा जा रहा है कि जो लोग फ्लैट में निवास कर रहे हैं उनके पास एक से ज्यादा फ्लैट तो नहीं है। यानी उनके नाम से और मकानों का आवंटन तो नहीं है। हालांकि इसमें सर्वे के दौरान रिकॉर्ड से इसका मिलान भी किया जा रहा है।
सर्वे के बाद क्या होगा
अधिकारियों की मानें तो आपको बता दें मकानों को लेकर जो सर्वे कराया जा रहा है। उसमें आवंटियों के अलावा अगर कोई और रहता पाया गया तो ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
ये कर रहे फ्लैट्स का सर्वे
आपको बता दें फ्लैट्स का सर्वे के लिए 6 लोगों की टीम बनाई गई है। जिसमें शामिल नायब तहसीलदार, पटवारी, निगम का राजस्व व स्वच्छता अमला टीम शामिल है।
यहां से शुरू हो गया सर्वे
आपको बता दें सर्वे के काम की शुरुआत दक्षित-पश्चिम विधानसभा से की गई। इसमें 6 लोगों की टीम में नायब तहसीलदार, पटवारी के अलावा नगर निगम से राजस्व और स्वच्छता अमला शामिल है। हालांकि इस दौरान पुलिस भी शामिल है। अब तक जो भी सर्वे किया गया है उसमें 6 फ्लैट में किराएदार मिले हैं। यानी 7% फ्लैट का उपयोग आवंटी खुद नहीं कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें : UP LDA Housing Scheme: CM Yogi ने लॉन्च की ‘अनंत नगर’ आवासीय योजना, शुरू हुआ पंजीकरण, इन लोगों को मिलेगा लाभ