हाइलाइट्स
- दतिया CMHO के जातिगत भाषण से बवाल
- ब्राह्मण समाज ने कलेक्टर से की थी कार्रवाई की मांग
- सीएमएचओ डॉ. हेमंत मंडेलिया निलंबित
Datia CMHO Controversy Statement: मध्य प्रदेश के दतिया में सीएमएचओ (CMHO) डॉ. हेमंत मंडेलिया द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गई जातिगत टिप्पणी से बवाल मच गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में डॉ. मंडेलिया ने ब्राह्मण समाज और अस्पताल में कार्यरत ब्राह्मण कर्मचारियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके विरोध में ब्राह्मण समाज सड़क पर उतर आया है। समाज के लोगों ने शनिवार, 26 अप्रैल को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और कोतवाली थाने पहुंचकर डॉ. मंडेलिया पर एफआईआर की मांग की है। इस दौरान ब्राह्मण समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी की। रात होते-होते सीएमएमओ डॉ. मंडेलिया को निलंबित कर दिया गया।
कमिश्नर ने CMHO को किया सस्पेंड
ग्वालियर संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने एक आदेश जारी किया है जिसमें बताया गया है कि कलेक्टर, जिला दतिया के पत्र के अनुसार डॉ. हेमन्त मडेलिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दतिया का एक वीडियो बार-बार चल रहा है, जिसमें वो जातिगत व्यवस्था पर चर्चा कर रहे हैं और एक खास समुदाय के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
वायरल वीडियो में क्या बोले CMHO?

सीएमएचओ (CMHO) डॉ. हेमंत मंडेलिया का अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) पर भाषण का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें सीएमएचओ ने बताया कि उन्हें दतिया में 15 साल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन महीने पहले सीएमएचओ बनने के बाद आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती में एससी, एसटी और ओबीसी को प्राथमिकता दी। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि अस्पताल में एक ब्राह्मण सफाई कर्मियों का सुपरवाइजर है, जिससे कलेक्टर बंगले पर झाड़ू लगवाई। साथ उन्होंने कहा कि कुछ ब्राह्मण समाज के लोगों ने कहा कि आप जातिवाद कर रहे हो, तो मैंने कहा- आओ आपको नौकरी देता हूं सफाई करनी पड़ेगी। इसके अलावा सीएमएचओ के भाषण में पूरी तरह से नेताओं जैसी शैली सुनाई दे रही है। जिसमें वे यह कहते हुए दिखाई और सुनाई दे रहे हैं कि मैं तो एससी, एसटी और ओबीसी समाज के लोगों के लिए स्वतंत्र होकर काम करता हूं और करता रहूंगा। सीएमएचओ ने कहा कि मैंने अंबेडकर जयंती पर सफाई कर्मचारी सुपरवाइजर मिश्रा से कलेक्टर बंगले पर झाड़ू लगवाई।
अस्पताल में कार्यरत ब्राह्मण कर्मचारी भयभीत
अस्पताल में काम कर रहे ब्राह्मण कर्मचारी डर गए हैं। जोली शुक्ला का कहना है कि डॉ. हेमंत मंडेलिया की टिप्पणी से समाज में नफरत फैल रही है। उन्होंने डॉ. मंडेलिया को तुरंत हटाने की मांग की है। ब्राह्मण समाज ने चेतावनी दी है कि अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे अस्पताल का घेराव कर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे।

मामले ने तूल पकड़ा था
मामले ने तूल पकड़ लिया है। एक सरकारी अधिकारी आखिर ऐसी टिप्पणी सार्वजनिक रूप से कैसे कर सकता है? सीएमएचओ के वायरल वीडियो में जो शब्दावली प्रयोग की गई है वह किसी पार्टी के नेता जैसी है और नफरत फैलाने वाली है। अब संभावना है कि प्रशासन सीएमएचओ के खिलाफ जल्द कोई कार्रवाई जरूर करेगा। जानकार बताते हैं सीएमएचओ का भाषण सरकारी सेवक के कोड ऑफ कंडेक्ट के खिलाफ भी है।
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डॉ. बीके वर्मा को दतिया CMHO का कार्यभार
डॉ. हेमन्त मण्डेलिया, जो जिला दतिया के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हैं, को शासकीय आचरण के खिलाफ काम करने के कारण म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम-1966 के नियम-9 के तहत तुरंत निलंबित किया गया है। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय, जिला दतिया रहेगा और उन्हें निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ते का हक होगा। जिला दतिया के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कार्यभार अब डॉ. बी. के. वर्मा, हड्डी रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय दतिया को सौंपा गया है। यह आदेश तुरंत लागू होगा।
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