रिपोर्ट- अभिषेक सिंह, वाराणसी
हाइलाइट्स
- धरने पर बैठी विधायक पल्लवी पटेल
- विधायक ने पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
- प्राथमिकी में भाजपा नेता का नाम दर्ज करने की मांग की
Varanasi News: पिछले दिनों आपसी रंजिश में हुए इंटरमीडिएट के छात्र की हत्या पर अब राजनीति गर्माने लगी है। छात्र की हत्या के विरोध में अपना दल कमेरावादी की विधायक पल्लवी पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसंपर्क कार्यालय की ओर जाने वाले मार्ग पर धरने पर बैठ गयी इतना ही नही छात्रहत्या के आरोपियों को फांसी देने की माँग कर डाली।
विधायक ने पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या को विधानसभा चुनाव हारने वाली नेता पल्लवी पटेल पूरी तरह से वाराणसी की पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछड़े वर्ग खासकर कुर्मियों को सामंतवादी सोच रखने वाले मुख्यमंत्री के स्वजातीय लोग आए दिन ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे सामंतवादी सोच रखने वाले अपराधियों के पीछे स्थानीय पुलिस प्रशासन ढाल बनकर खड़ी है।
यह भी पढ़ें: Saharanpur Factory Blast: सहारनपुर में पटाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट, 3 श्रमिकों की मौत, शरीर के उड़ गए चीथड़े
प्राथमिकी में भाजपा नेता का नाम दर्ज करने की मांग की थी
सिराथू से विधायक पलवी पटेल ने छात्र हत्या में शामिल रहे रवि की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड रवि के पिता आरबी सिंह को बताया गया था । आरबी सिंह बीजेपी के नेता होने के।साथ रसूखदार भी है। छात्र हेमंत की हत्या में दर्ज प्राथमिकी में आरबी सिंह का नाम न दर्ज होने के बाद विधायिका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्राथमिक की में उनका नाम दर्ज कर उनको भी गिरफ्तार किया जाए । पुलिस की ओर से ऐसा नही करने पर सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल पैदल मार्च करते हुए प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय की ओर बढ़ रही थी,लेकिन बीच रास्ते पुलिस प्रशासन ने उन्हें गुरुधाम चौराहे पर ही रोक दिया जिसके बाद विधायक समर्थकों संग धरने पर बैठ गयी।
विधायक पल्लवी ने की ये माँग
छात्र हेमंत सिंह पटेल की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता विद्यालय प्रबंधक रामबहादुर सिंह समेत अन्य सभी सूत्रधार दोषियों को गिरफ्तार किया जाये,विद्यालय में हत्या जैसी संगीन घटना कारित करने वाले शिक्षण संस्थान ज्ञानदीप इंग्लिश स्कूल की समस्त मान्यताएं रद्द कर सील किया जाये,पीड़ित परिवार को एक करोड रुपए आर्थिक सहायता / मुआवजा तत्काल दिया जाये,पूरे प्रकरण की विवेचना किसी राजपत्रित अधिकारी के देखरेख में निष्पक्ष तरीके से कराई जाये और आरोपितों को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित किया जाये।
Meerut Priyanka Suicide: 4 दिन तक सड़ती रही DGM की बेटी की लाश, IAS ना बन पाने पर थी दुखी, सुसाइड से पहले नोट में ये लिखा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक सपना जिसे पूरा करने के लिए एक बेटी ने 4 बार जी-जान से कोशिश की। हर बार असफलता मिली, लेकिन हौसला नहीं टूटा। फिर 22 अप्रैल को यूपीएससी का रिजल्ट आया और इस बार भी नाम नहीं था उसकी मेहनत का। उसी शाम, अपने कमरे में अकेले एक रस्सी एक पंखा और एक जिंदगी का अंत हो गया। पढ़ने के लिए क्लिक करें