Aman Sahu Encounter Case: 11 मार्च को झारखंड (Jharkhand) के पलामू (Palamu) जिले के चैनपुर (Chainpur) थाना क्षेत्र में कथित मुठभेड़ (Encounter) में मारे गए गैंगस्टर अमन साहू (Aman Sahu) के मामले में अब बड़ा मोड़ आ गया है।
झारखंड CID ने इस हाई-प्रोफाइल केस को टेकओवर कर लिया है और चैनपुर थाना में दर्ज पुरानी FIR की फाइलें व दस्तावेज भी अपने कब्जे में ले लिए हैं। CID ने एक नई प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ की जेल से झारखंड लाते वक्त हुई थी मुठभेड़
अमन साहू को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की जेल से एक मामले में पूछताछ के लिए झारखंड लाया जा रहा था। इस दौरान चैनपुर इलाके में पुलिस और उसके बीच कथित मुठभेड़ हुई, जिसमें उसकी मौत हो गई। पुलिस की ओर से एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह (ATS Inspector Pramod Singh) के बयान पर FIR दर्ज की गई थी।
फर्जी मुठभेड़ के आरोप, हाई कोर्ट में दायर याचिका
अमन साहू की मां ने इस मुठभेड़ को फर्जी (Fake Encounter) बताते हुए झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High Court) में याचिका दाखिल की है। फिलहाल इस याचिका पर सुनवाई लंबित है, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद जांच की दिशा तय हो सकती है। परिजन लगातार न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं।
अलग-अलग एंगल से होगी CID की जांच
CID इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली, मुठभेड़ की परिस्थितियां और अमन साहू के आपराधिक नेटवर्क की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो अमन साहू का नेटवर्क कई राज्यों में फैला था और अब उसकी मौत के बाद उस नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में एजेंसियां तेजी से काम कर रही हैं।
राजनीतिक गलियारों में भी हलचल
अमन साहू के एनकाउंटर को लेकर झारखंड के राजनीतिक माहौल में भी हलचल है। विपक्ष ने इस एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच की मांग की है, जबकि सरकार पर मामले को दबाने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
अब देखना होगा कि CID की जांच से क्या सच सामने आता है और क्या वाकई यह मुठभेड़ सही थी या एक सोची-समझी कार्रवाई?