हाइलाइट्स
- भोपाल में मंडीदीप गेल प्लांट में गैस लीकेज
- 200 मीटर के दायरे में ट्रैफिक-प्रोडक्शन पर रोक
- मंगलवार, 22 अप्रैल देर रात की घटना
Mandideep Gail Plant Gas Leakage: भोपाल से सटे प्रमुख इंडस्ट्रियल टाउन मंडीदीप में मंगलवार, 22 अप्रैल देर रात गैस अथॉरिटी इंडिया लिमिटेड (GAIL) के प्लांट में रिसाव हुआ है।
प्लांट में देर रात हुए हादसे के बाद इसके 200 मीटर के दायरे में स्थित सभी औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन गतिविधि बंद कर दी गई है।
ट्रैफिक पर रोक
जानकारी के अनुसार मंडीदीप में गेल प्लांट गैस लीकेज के चलते कोई दुर्घटना या अनहोनी न हो इसके लिए अहतियान तौर पर इस ओर आने जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया है। इतना ही नही प्लांट के आसपास की सभी इंडस्ट्रियल यूनिट को प्रोडक्शन बंद करने और मोबाइल फोन का उपयोग न करने की हिदायत भी दे दी गई है।
डी सेक्टर में है गेल प्लांट
आपको बता दें मंडीदीप में गेल का प्लांट औद्योगिक क्षेत्र के डी सेक्टर में स्थित है। इस प्लांट के पास ही मंडीदीप का सिविल अस्पताल और प्रोक्टर एंड गैंबल कंपनी का बड़ा प्लांट भी है।
दूसरी इकाइयों में भी होती है गैस सप्लाई
ऐसा बताया जा रहा है कि गेल के प्लांट से मंडीदीप के अलावा बंगरसिया और सतलापुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित औद्योगिक इकाइयों को भी गैस की सप्लाई की जाती है।
देर रात हुआ लेवल 3 का रिसाव
इस मामले की जानकारी देते हुए मंडीदीप इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राजीव अग्रवाल ने बताया कि देर रात गेल के प्लांट में लेवल 3 का गैस रिसाव होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद गेल प्लांट के आसपास के इलाके में सभी आवश्यक सावधानियां बरती जा रही है।
पीएनजी की होती है सप्लाई
आपको बता दें यहां से यहां से पीएनजी की सप्लाई होती है। यहाँ PNG गैस (पाइप्ड नैचुरल गैस) का रिसाव हुआ है जानकारी के अनुसार घटना की सूचना मिलने के बाद यहां प्रशासन की टीम पहुंच गई है और अब स्थिति नियंत्रण में है।
सुरक्षा के लिए टीमें मौजूद
कलेक्टर बोले – प्लांट में सेफ्टी ऑडिट हो रहा है
कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा ने बताया कि प्लांट में आधी रात से गैस का रिसाव हो रहा था। प्रशासन को इसकी सूचना सुबह करीब 5 बजे मिली। अब गैस का रिसाव रोक दिया गया है और पूरे इलाके को सैनिटाइज कर दिया गया है। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और कोई गंभीर खतरा नहीं है।
कलेक्टर ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्लांट की सेफ्टी का ऑडिट कराया जा रहा है और एक सेफ्टी एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) तैयार की जाएगी।
एसपी पंकज पांडे ने भी बताया कि फिलहाल प्लांट की सेफ्टी जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद गैस लीक के असली कारणों का पता लगाया जाएगा।
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