हाइलाइट्स
- छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा सुकमा दौरे पर पहुंचे
- आत्मसमर्पित नक्सलियों से बातचीत कर पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया
- लौटते वक्त वह झीरम घाटी से सड़क मार्ग से गुजरे, वीडियो भी किया शेयर
Vijay Sharma Sukma Visit: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा (Deputy CM and Home Minister Vijay Sharma) शनिवार, 13 अप्रैल 2025 को एक दिवसीय दौरे पर सुकमा (Sukma) पहुंचे।
इस दौरे का मकसद राज्य सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति (Naxal Rehabilitation Policy) की जमीनी सच्चाई को परखना और आत्मसमर्पित नक्सलियों (Surrendered Naxals) के जीवन में आ रहे बदलावों का मूल्यांकन करना था।
आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों से किया संवाद
सुकमा में उन्होंने न केवल पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद किया बल्कि आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों से बातचीत भी की। वे पुनर्वास केंद्र (Rehabilitation Centre) पहुंचे जहां उन्होंने रहन-सहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, दस्तावेज और रोजगार सुविधाओं की गहन समीक्षा की।
शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आत्मसमर्पण करने वालों को लघु वनोपज (Minor Forest Produce), कृषि आधारित रोजगार (Agri-based Employment) और कौशल उन्नयन कार्यक्रमों (Skill Development Programs) से जोड़ा जाए। उन्होंने नियमित प्रशिक्षक की नियुक्ति और सतत प्रशिक्षण की व्यवस्था पर भी जोर दिया।
गृहमंत्री ने पुनर्वास केंद्र में पूजा-अर्चना की सुविधा बनाने की कही बात
इसके अलावा गृहमंत्री ने पुनर्वास केंद्र में पूजा-अर्चना की सुविधा के लिए देवस्थली (Religious Space) स्थापित करने की बात कही, ताकि पूर्व नक्सली सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से भी सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सभी जरूरी दस्तावेज जैसे राशन कार्ड (Ration Card), आधार कार्ड (Aadhaar Card), वोटर आईडी (Voter ID), आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) और बैंक पासबुक (Bank Passbook) जल्द से जल्द उपलब्ध कराए जाएं।
आज रात्रि में सुकमा से झीरम घाटी पार कर रायपुर रवाना। pic.twitter.com/ZcGCkEKKPs
— Vijay sharma (@vijaysharmacg) April 13, 2025
बस्तर सांसद महेश कश्यप समेत कई लोग रहे मौजूद
दौरे के बाद रात में खराब मौसम के चलते शर्मा ने सुकमा से रायपुर की यात्रा सड़क मार्ग से की। इस दौरान वे झीरम घाटी (Jhiram Valley) से भी गुजरे, जो कि कभी नक्सली हिंसा का गढ़ रहा है। उनका यह फैसला न सिर्फ साहसिक था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकार अब इन इलाकों को सामान्य स्थिति में लाने के लिए कितनी प्रतिबद्ध है।
इस दौरान उनके साथ बस्तर सांसद महेश कश्यप (MP Mahesh Kashyap), महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी (Deepika Sori), बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. (IG Sundarraj P), सुकमा कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव (Collector Devesh Kumar Dhruv), एसपी किरण चव्हाण (SP Kiran Chavan), और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
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