आमतौर पर हम गाय-भैंस के दूध से बना पनीर खाते हैं, जो 300-400 रुपये किलो बिकता है। लेकिन क्या आप गधी के दूध के पनीर के बारे में जानते हैं, जिसकी कीमत 1 लाख रुपये किलो है…जी हाँ, यह सच है! गधी का दूध दुनिया में ‘तरल सोना’ कहलाता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, ओमेगा-3 और लाइसोज़ाइम नामक एंजाइम होता है, जो इम्युनिटी बढ़ाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण भी होते हैं। मिस्र की रानी क्लियोपैट्रा भी इस दूध का इस्तेमाल करती थीं।
एक गधी रोज मात्र 200-300 मिलीलीटर दूध देती है, इसलिए एक किलो दूध जुटाने के लिए कई गधियों की जरूरत पड़ती है। प्रोसेसिंग भी मुश्किल है, जिससे इसकी कीमत आसमान छूती है। भारत में अब गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्यों में गधी के दूध की फार्मिंग शुरू हुई है। कुछ स्टार्टअप्स ने इससे चॉकलेट और साबुन भी बनाए हैं, अब पनीर भी जुड़ गया है। विदेशों में इसकी भारी डिमांड है, खासकर यूरोप में हेल्थ-कॉन्शस लोग इसे खरीद रहे हैं। अगर आपकी जेब भारी है और हेल्थ पर ध्यान देना चाहते हैं, तो यह एक विकल्प हो सकता है। वरना, 350 रुपये वाला गाय का पनीर भी मजेदार है!