हाइलाइट्स
- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगिया में बनी पर्यावरण वाटिका
- 53 लाख की लागत से बनी यह वाटिका प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र
- इस पहल से क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार की संभावनाएं खुली
Jashpur Paryavaran Vatika: अगर आप अपने परिवार के साथ प्रकृति की गोद में कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं तो जशपुर की नई बनी पर्यावरण वाटिका (Paryavaran Vatika) आपके लिए बेहतरीन स्थान बन सकती है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnudev Sai) ने रविवार को इस भव्य वाटिका का लोकार्पण किया और यहां नारियल, सुपाड़ी व सीता अशोक का पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
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28 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित की गई वाटिका
करीब 53 लाख रुपये की लागत से लगभग 28 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित की गई इस वाटिका में कई आकर्षण हैं। यहां बना एडवेंचर ज़ोन (Adventure Zone), तितली जोन (Butterfly Zone), जंगल ट्रेल (Jungle Trail), औषधीय पौधों (Medicinal Plants) का उद्यान, योग जोन (Yoga Zone), मेडिटेशन हट (Meditation Hut) और किड्स प्ले ज़ोन (Kids Play Zone) पर्यटकों को प्राकृतिक दुनिया से जोड़ने का अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं।
वाटिका के तितली जोन में तितलियों के जीवन चक्र को दर्शाया गया
वाटिका के तितली जोन में तितलियों के जीवन चक्र को दर्शाया गया है और जशपुर क्षेत्र में पाई जाने वाली तमाम प्रजातियों की तितलियों को प्रदर्शित किया गया है। बच्चों के लिए मोगली एडवेंचर ज़ोन में कमांडो नेट, टायर वॉक, बैलेंस ब्रिज जैसे कई रोमांचक खेल साधन मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मौके पर मौजूद बच्चों से प्रेमपूर्वक मुलाकात की और उन्हें फल एवं ड्राय फ्रूट्स भेंट किए, जिससे बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई। साथ ही, उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर बताया कि इस पहल से क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
प्राकृतिक पैगोडा में सुकून से बैठ सकते हैं लोग
वाटिका में जगह-जगह बांस से बने डस्टबिन और काष्ठ मूर्तियां पर्यावरण और संस्कृति की सुंदर झलक देती हैं। वाटिका में बनाए गए प्राकृतिक पैगोडा में लोग सुकून से बैठ सकते हैं और परिवार के साथ समय बिता सकते हैं।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे जिनमें गोमती साय (Gomti Sai), सालिक साय (Salik Sai), अरुण पांडेय (Arun Pandey), अंकित गर्ग (Ankit Garg), रोहित व्यास (Rohit Vyas) प्रमुख थे।