Bhupesh Baghel Sex CD Case: छत्तीसगढ़ की राजनीति को झकझोर देने वाले सेक्स सीडी कांड (Sex CD Case) में एक बार फिर बड़ा मोड़ आया है। CBI (Central Bureau of Investigation) की विशेष अदालत ने चार आरोपियों विनोद वर्मा (Vinod Verma), कैलाश मुरारका (Kailash Murarka), विजय भाटिया (Vijay Bhatia) और विजय पांड्या (Vijay Pandya) पर आरोप तय कर दिए हैं। कोर्ट ने इन सभी के खिलाफ प्रथम दृष्टया पर्याप्त साक्ष्य पाते हुए आगे सुनवाई के आदेश दिए हैं।
भूपेश बघेल के खिलाफ रिवीजन याचिका पर 7 मई को सुनवाई
इस मामले की सबसे अहम बात यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के खिलाफ CBI द्वारा दायर रिवीजन याचिका (Revision Petition) पर भी अब सुनवाई की तारीख तय हो गई है। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 7 मई 2025 की तारीख निर्धारित की है। इस तारीख को कोर्ट में याचिका से जुड़े दस्तावेज और तर्क प्रस्तुत किए जाएंगे।
भूपेश बघेल इस मामले में पहले भी जांच एजेंसियों के रडार पर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने हमेशा यह दावा किया है कि उनके खिलाफ रची जा रही साजिश राजनीतिक है। वे इसे राजनीतिक बदले की भावना (Political Vendetta) का हिस्सा बताते रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला वर्ष 2017 का है, जब एक कथित अश्लील वीडियो सामने आया था। इस वीडियो को लेकर आरोप लगा था कि इसे एक वरिष्ठ अधिकारी को फंसाने के उद्देश्य से फैलाया गया था।
मामला सामने आते ही प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था। शुरुआती जांच छत्तीसगढ़ पुलिस ने की, लेकिन मामला गंभीर होने के कारण इसे बाद में CBI को सौंप दिया गया।
CBI की जांच में कई बड़े नाम आए सामने
CBI की जांच में कई बड़े नाम सामने आए, और इस पूरे प्रकरण ने धीरे-धीरे राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया। अब जबकि कोर्ट ने चार आरोपियों पर आरोप तय कर दिए हैं और बघेल के खिलाफ पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई की तारीख तय कर दी गई है, आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिर हलचल तेज हो सकती है।
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