रिपोर्ट, अंकित श्रीवास्तव
हाइलाइट्स
MMMUT में फर्जी दाखिले हुए।
40 छात्रों का हुआ था फर्जी दाखिला।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दाखिला लिया गया।
Gorakhpur Fake Admission Scam: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में फर्जी दाखिले का सनसनीखेज घोटाला सामने आया है। विश्वविद्यालय में 40 छात्रों को अवैध तरीके से दाखिला दिलाने के मामले में दो कर्मचारियों की मिलीभगत का खुलासा हुआ है।
धोखाधड़ी की शिकायत के बाद मामला उजागर
इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ जब एक बीटेक छात्र के अभिभावक श्रीप्रकाश गुप्ता ने कैंट थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। उनका आरोप था कि कुलसचिव कार्यालय के एक सीनियर क्लर्क ने मोटी रकम लेकर छात्रों को फर्जी दाखिला दिलाया है। जांच में ये बात सामने आई कि सत्र 2020-21 के 22 और 2021-22 के 18 छात्रों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दाखिला लिया था, जिन्हें बाद में रद्द कर दिया गया।
विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्रवाई
MMMUT प्रशासन की जांच रिपोर्ट में तीन शिक्षक और पांच कर्मचारियों को लापरवाह पाया गया है। पुलिस की जांच में अब एक संविदा कर्मचारी का नाम भी सामने आया है, जिसके खिलाफ सबूत मिल चुके हैं। विश्वविद्यालय ने कुलसचिव की रिकमेंडेशन पर इन छात्रों का दाखिला रद्द कर दिया है। इनके खिलाफ लीगल एक्शन लिया जा रहा है।
हाईकोर्ट में अपील, लेकिन राहत नहीं मिली
फर्जी दाखिला लेने वाले छात्रों ने हाईकोर्ट में अपील की थी, लेकिन न्यायालय ने किसी भी छात्र को राहत नहीं दी। कुलपति प्रो. जे.पी. सैनी ने बताया कि 2021 से 2022 तक के दो सत्रों में फर्जी दाखिला लेने वाले छात्रों का प्रवेश विश्वविद्यालय ने रद्द कर दिया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस जांच जारी
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि पुलिस इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है। ये पता लगाने के लिए कि कौन-कौन लोग इस घोटाले में शामिल थे। उन्होंने कहा कि श्रीप्रकाश गुप्ता द्वारा की गई तहरीर के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है और जांच चल रही है। इस मामले में आरोपित क्लर्क रवि मोहन श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
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