हाइलाइट्स
- एमपी के मौसम में उतार-चढ़ाव जारी।
- 12 जिलों में IMD का बारिश का अलर्ट।
- भोपाल-इंदौर में बादल छाए रहेंगे।
MP Weather Update: मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली और कई जिलों में बुधवार को अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की मुश्किलें बढ़ गईं। छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, मंदसौर, धार और राजगढ़ समेत कई इलाकों में तेज बारिश और ओले गिरने से खड़ी और कटी हुई गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं, सिवनी जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवा किसान की दर्दनाक मौत हो गई।
बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को खतरा
मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश सौंसर में 11 मिमी दर्ज की गई, जबकि छिंदवाड़ा में 2 मिमी, सिवनी में 1.6 मिमी और जबलपुर में 0.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। आमतौर पर शुष्क और गर्म रहने वाले राजगढ़ में भी शाम को अचानक ओले गिरने से किसान सकते में आ गए, क्योंकि इस समय वहां गेहूं की कटाई जोरों पर है।
आकाशीय बिजली गिरने से किसान की मौत
सिवनी जिले के बिनेकी गांव में खेत में काम कर रहे 24 वर्षीय किसान अमित गुमास्ता की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। घटना बुधवार शाम करीब 4 बजे की है। जब किसान खेत में गेहूं की कटाई देख रहा था, तभी अचानक तेज बारिश और बिजली चमकने लगी और उसकी चपेट में आकर वह झुलस गया।
कहां-कितनी हुई बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटे में प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हुई। कुल आठ शहरों में बूंदाबांदी दर्ज की गई, जिसमें छिंदवाड़ा के सौसर में सबसे ज्यादा 11 मिमी बारिश हुई। अन्य जिलों में दर्ज बारिश इस प्रकार रही:
- सिवनी – 1.6 मिमी
- जबलपुर – 0.5 मिमी
- तामिया (छिंदवाड़ा) – 3 मिमी
- पांढुर्ना (छिंदवाड़ा) – 0.3 मिमी
- बैतूल – 1 मिमी
अगले दो दिन ऐसा रहेगा मौसम
मौसम वैज्ञानिक दिव्या सुरेंद्रन के अनुसार, मध्य प्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है, साथ ही ट्रफ लाइन प्रदेश के बीच से होकर गुजर रही है। इसका असर अगले दो दिनों तक देखने को मिलेगा, जिससे कई जिलों में बारिश और आंधी की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग का अलर्ट: इन जिलों में होगी बारिश और वज्रपात
मौसम विभाग ने गुरुवार को प्रदेश के कुछ जिलों के लिए बारिश और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में शामिल हैं:
बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, छिंदवाड़ा, सिवनी, पांढुर्ना, गुना, अशोकनगर और शिवपुरी।
तापमान अपडेट: कहां रहा सबसे ज्यादा और सबसे कम पारा?
सबसे ज्यादा तापमान
- धार – 39.8 डिग्री सेल्सियस
- रतलाम – 39.5 डिग्री सेल्सियस
- नर्मदापुरम – 39.2 डिग्री सेल्सियस
- गुना – 38.5 डिग्री सेल्सियस
- दमोह – 38.5 डिग्री सेल्सियस
सबसे कम तापमान
- नरसिंहपुर – 14.4 डिग्री सेल्सियस
- नौगांव (छतरपुर) – 15.2 डिग्री सेल्सियस
- सीधी – 16.2 डिग्री सेल्सियस
- गिरवर (शाजापुर) – 16.8 डिग्री सेल्सियस
- ग्वालियर – 16.9 डिग्री सेल्सियस
बड़े शहरों का हाल
- उज्जैन – 38.5 डिग्री सेल्सियस
- ग्वालियर – 37.6 डिग्री सेल्सियस
- इंदौर – 37 डिग्री सेल्सियस
- भोपाल – 36.4 डिग्री सेल्सियस
- जबलपुर – 30.3 डिग्री सेल्सियस
मार्च में ऐसा रहा मौसम का ट्रेंड
- सबसे गर्म दिन: 30 मार्च 2021 को 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
- सबसे ठंडी रात: 9 मार्च 1979 को 6.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड हुआ था।
- सबसे ज्यादा बारिश: मार्च 2006 में 108.8 मिमी बारिश हुई थी।
क्या करें? मौसम विभाग की सलाह
- बारिश और आंधी से बचने के लिए सुरक्षित जगह पर रहें।
- किसान फसल कटाई को लेकर सतर्क रहें, बारिश से फसल को नुकसान हो सकता है।
- खुले में खड़े रहने से बचें, खासकर बिजली गिरने की संभावना वाले इलाकों में।
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