रिपोर्ट- विशाल प्रजापति
UP Dowry Protest Case: मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में एक नवविवाहित युवती शालिनी सिंघल ने ससुराल वालों द्वारा घर में प्रवेश न देने के विरोध में 40 घंटे तक धरना दिया। शालिनी ने पति प्रणव सिंघल और ससुराल पक्ष पर 50 लाख रुपये के दहेज का आरोप लगाया। वहीं, पति प्रणव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शारीरिक संबंध न बनाने और जेल भिजवाने की धमकी का आरोप लगाकर मामले को और उलझा दिया।
राजनीतिक और सामाजिक हस्तक्षेप से हुई सुलह
स्थानीय नेताओं और समाज के प्रभावशाली लोगों ने बातचीत कर दोनों पक्षों में समझौता कराया। भाजपा, सपा और लोकदल के नेताओं ने मिलकर इस विवाद को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
शालिनी के चाचा आशीष कुमार ने बताया कि “बच्चों के बीच मनमुटाव था, जो बातचीत से सुलझ गया।” अब शालिनी को ससुराल में प्रवेश मिल गया है और दोनों परिवार साथ रहने को तैयार हैं।
नेताओं ने क्या कहा?
भाजपा के पूर्व विधायक उमेश मलिक ने कहा कि यह एक छोटा मनमुटाव था, जिसे समाज ने सुलझा लिया। वहीं सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रमोद त्यागी और भाजपा नेता गौरव स्वरूप समेत कई लोगों ने मिलकर समझौता कराया। नेताओं ने दावा किया कि “मुजफ्फरनगर में ऐसे विवाद पहले भी सुलझाए गए हैं और यह मामला भी शांति से निपटा।
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