हाइलाइट्स
- अर्जुनी थाना में आरोपी की पुलिस हिरासत में संदिग्ध मौत
- परिजनों ने पुलिस पर मारपीट और प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए
- मामले की न्यायिक जांच के आदेश जारी
Dhamtari Police Custody Death: धमतरी जिले के अर्जुनी थाना में एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मौत हो गई। यह घटना सोमवार रात की है, जब पुलिस ने एक व्यक्ति को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दी कि आरोपी की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका आरोप है कि पुलिस ने हिरासत में आरोपी के साथ बर्बरता की, जिसके चलते उसकी जान चली गई। परिजनों का कहना है कि आरोपी के शरीर पर चोटों के निशान थे, जो यह साबित करते हैं कि उसके साथ मारपीट की गई थी।
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थाना प्रभारी को किया गया निलंबित
घटना की गंभीरता को देखते हुए धमतरी एसपी ने अर्जुनी थाना प्रभारी सन्नी दुबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद उन्हें रक्षित केंद्र में अटैच किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस स्वाभाविक मौत होने का किया दावा
पुलिस ने इस मामले में सफाई दी है और कहा है कि आरोपी की मौत स्वाभाविक कारणों से हुई है। हालांकि, परिजनों के आरोपों के बाद मामले की गंभीरता बढ़ गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चलेगा।
परिजनों और विधायक ने की निष्पक्ष जांच की मांग

मृतक के परिजनों का कहना है कि उनके बेटे को हिरासत में बेरहमी से पीटा गया, जिससे उसकी जान चली गई। वे दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, धमतरी के विधायक ने भी इस मामले पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
अब सबकी नजरें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और न्यायिक जांच पर टिकी हैं। पुलिस प्रशासन ने कहा है कि अगर जांच में कोई भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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क्या है पूरा मामला?
धमतरी जिले के अर्जुनी थाना क्षेत्र में एक बड़ा विवाद सामने आया है। 50 किसानों ने आरोपी दुर्गेश कठोलिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। किसानों का आरोप था कि दुर्गेश ने धान को ऊंचे दामों पर बेचने के नाम पर उनसे 7 करोड़ 73 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी।
किसानों के मुताबिक, आरोपी पहले भी बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद और बालाघाट में इसी तरह की ठगी कर चुका था। उसके खिलाफ राजनांदगांव के बसंतपुर थाना में भी धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज था। अर्जुनी थाने में किसानों की लिखित शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद दुर्गेश कठोलिया को कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ के लिए उसे अर्जुनी थाने लाया गया, जहां उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।