हाइलाइट्स
- रतलाम का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा।
- उज्जैन, बैतूल व सिवनी में पारा 38 डिग्री सेल्सियस।
- विपरीत दिशाओं से आने वाली हवा ने मौसम का मिजाज बदला।
MP Weather Update: भोपाल, नर्मदापुरम और इंदौर डिवीजन के जिलों में सोमवार को उत्तर से आ रही शुष्क हवा और बंगाल की खाड़ी से आर्द्रता के कारण आसमान में बादल छाए रहे। हालांकि, तापमान पर इसका मिला-जुला प्रभाव देखने को मिला। कुछ स्थानों पर तापमान कम रहा, तो कुछ जगहों पर अधिक दर्ज किया गया। रात के समय भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि नर्मदापुरम और इंदौर डिवीजन के कुछ जिलों में आगामी घंटों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
तापमान का हाल: कहीं 39 डिग्री सेल्सियस तो कहीं 21 डिग्री सेल्सियस
अधिकतम तापमान:
नर्मदापुरम, रतलाम, मंडला: 39 डिग्री सेल्सियस
उज्जैन, बैतूल, सिवनी: 38 डिग्री सेल्सियस
छिंदवाड़ा, दमोह, खजुराहो, नरसिंहपुर, सागर, सतना, मलाजखंड: 37 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान:
नर्मदापुरम, खंडवा: 24 डिग्री सेल्सियस
इंदौर: 23 डिग्री सेल्सियस
खरगोन, सिवनी: 22 डिग्री सेल्सियस
छिंदवाड़ा, सागर: 21 डिग्री सेल्सियस
आगामी 48 घंटों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, मंगलवार को भोपाल, नर्मदापुरम और इंदौर डिवीजन के कई जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। यह मौसमी स्थिति बुधवार तक बनी रह सकती है। गुरुवार से मौसम सामान्य होने की उम्मीद है।
ला-नीना का असर खत्म, भारतीय मानसून के लिए अच्छी खबर
भारतीय कृषि और अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक खबर है कि ला-नीना का प्रभाव अब समाप्त हो गया है। प्रशांत महासागर की सतह पर इसकी स्थिति अत्यंत कमजोर हो चुकी है और इसके अप्रैल तक पूरी तरह समाप्त होने की संभावना है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य अप्रैल तक समुद्री स्थितियां सामान्य हो जाएंगी, जो भारतीय मानसून के लिए अनुकूल मानी जाती हैं। फिलहाल, मानसून के पहले चरण के कमजोर होने के कोई संकेत नहीं हैं, हालांकि दूसरे चरण का अभी अध्ययन किया जा रहा है। मौसम विभाग अप्रैल के दूसरे सप्ताह में मानसून की पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी करेगा।
अप्रैल-जून में तापमान और लू का पूर्वानुमान
IMD ने सोमवार को अप्रैल से जून 2024 के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें तापमान, लू और वर्षा की संभावनाओं का आकलन किया गया है। IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार-
अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा।
उत्तर-पश्चिमी पहाड़ी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में ज्यादा वृद्धि नहीं होगी, लेकिन अन्य हिस्सों में गर्मी बढ़ सकती है।
लू (हीटवेव) चेतावनी
उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाके, मध्य भारत और पूर्वी राज्यों (बिहार, झारखंड, पूर्वी यूपी, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश) में 2 से 6 दिन तक लू चल सकती है।
कुछ क्षेत्रों में यह अवधि 10 दिन तक भी हो सकती है।
बारिश का अनुमान
सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना। इस दौरान सामान्य से 88% से 112% तक वर्षा होने की संभावना है।
जिन क्षेत्रों में बारिश होगी, वहां लू से राहत मिलेगी। हालांकि, कुछ हिस्सों में अत्यधिक वर्षा से बाढ़ का खतरा भी बना रह सकता है।
पिछले वर्ष (2023) में पहली लू 5 अप्रैल को ओडिशा में दर्ज की गई थी। इस साल 27-28 फरवरी को ही कोंकण और तटीय कर्नाटक में लू चलने की घटना सामने आई।
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