“गणगौर की पूजा से मिलेगा सुखी वैवाहिक जीवन! जानें इस त्यौहार की महत्ता और कथा”
“राजस्थान में गणगौर का त्यौहार बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार होली के बाद दूसरे दिन से शुरू होता है और 16 से 18 दिन तक चलता है। इसमें नव विवाहित व अविवाहित महिलाएं गणगौर की पूजा करती हैं और भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा की कामना करती हैं।
गणगौर की पूजा के पीछे एक पौराणिक कथा है। मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को अपना पति मानने के लिए 15 दिन तक कठोर तपस्या की थी। इसके बाद 16वें दिन भगवान शिव माता पार्वती की निष्ठा और तपस्या से प्रसन्न होकर उनके सामने प्रकट हुए और उन्हें अपनी पत्नी माना।
गणगौर का त्यौहार राजस्थान की संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें महिलाएं अपने पति की दीर्घ आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं।”