हाईलाइट्स
- अयोध्या में संत महंत राजू दास ने विवादित बयान दिया है।
- वक्फ बोर्ड को लेकर भी बयानबाजी की है।
- राष्ट्रवादियों का टाइम शुरू होने की बात कही है।
Ayodhya Mahant Controversy: अयोध्या में हनुमानगढ़ी के प्रसिद्ध संत महंत राजू दास ने सुल्तानपुर हो रहे कार्यक्रम के दौरान विवादित बयान दिया है। महंत ने कुशभवनपुर में लगने वाले मेले पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान कहा कि ये मेला “चोर, नीच, लुटेरे, बलात्कारी और राष्ट्रद्रोही” का है। साथ ही उन्होंने शासन-प्रशासन से इस मेले पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
महंत राजू दास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “जो पूर्ववर्ती सरकारें इस मेले को लगाने की अनुमति देती थीं, अब इसे बैन करना चाहिए। यह सभी सनातनियों, हिंदुओं और भारतवासियों की मांग है। ऐसे आतंकवादियों और अपराधियों का मेला लगना, जिन्होंने लाखों मंदिर तोड़े हों, मां-बहनों की इज्जत लूटी हो और कत्लेआम किया हो, कतई ठीक नहीं है।”
पाकिस्तान पर भी दी प्रतिक्रिया
महंत राजू दास ने प्रशासन के हालिया प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वहां रोक लगाई गई है और मेला भी रुका है। साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी अपनी राय रखी। इस दौरान महंत ने कहा कि “पाकिस्तान में बालोचियों के साथ कत्लेआम हो रहा है, मां-बेटियों के साथ बलात्कार हो रहा है, उन्हें गोली मार दी जा रही है। ये नाइंसाफी है। मानवाधिकार कहां चला गया? बालोचियों के साथ दुर्व्यवहार पर सब चुप क्यों हैं?”
उन्होंने सिंध को अलग देश बनाने की वकालत करते हुए कहा, “पाकिस्तान के तीन टुकड़े होने चाहिए। मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मांग करता हूं कि संयुक्त राष्ट्र में इस विषय को उठाया जाए और चर्चा हो।”
वक्फ बोर्ड को “बकवास बोर्ड” बताया
वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर बात करते हुए महंत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। महंत ने वक्फ बोर्ड को “बकवास बोर्ड” और “जमीन हड़पने का बोर्ड” बताया है। उन्होंने कहा, “देश सेक्युलर है, हिंदू हिंदुस्तान है। फिर भी यहां मुसलमान हैं। इस्लामिक कानून को बढ़ावा देना, वक्फ बोर्ड और मुसलमानों के अन्य कानून लागू करना ठीक नहीं है। जब एक देश, एक विधान, एक संविधान है और भारत को सेक्युलर बना दिया गया है, तो इस्लामिक कानून क्यों?”
मुस्लिम आबादी को लेकर भी सवाल उठाया
संत महंत राजू दास ने मुस्लिम आबादी को लेकर भी सवाल उठाया है। उन्होंने सुल्तानपुर के चौक में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान कहा कि “उनकी 40 करोड़ जनसंख्या हो गई है, फिर उन्हें अल्पसंख्यक क्यों कहा जा रहा है?”
जिला युवा अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के नेतृत्व में भारतीय नववर्ष विक्रम संवत 2082 के आगमन और चैत्र नवरात्रि पर्व के अवसर पर रविवार रात एक भव्य आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत महंत राजू दास ने मां दुर्गा की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन करके हुई।
पहले भी मीडिया में रहे प्रचलित
महंत राजू दास अपने विवादित बयानों के लिए पहले भी मीडिया में रहे हैं। अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी के प्रमुख पुजारी के रूप में उनकी पहचान सनातन धर्म और राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रबल समर्थक के रूप में हुई है। उनके ताजे बयान से एक बार फिर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा और बहस छिड़ने की संभावना जताई जा रही है।
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