रिपोर्ट, योगेन्द्र सिंह, बरेली
हाइलाइट्स
- ममता एंटरप्राइजेज और भसीन एंटरप्राइजेज ने फर्जी बिल भेजे
- अभी तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं
- सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला
UP Roadway: उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बरेली कार्यशाला में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर फर्जी बिल बनाए और भुगतान किए। जनपद बरेली का यह मामला फरवरी 2024 में शुरू हुआ था, जब ममता एंटरप्राइजेज और भसीन एंटरप्राइजेज ने फर्जी बिल भेजे थे। जांच में पता चला है कि कई अधिकारी और कर्मचारी दोषी हैं, लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है और न ही किसी को निलंबित किया गया है।
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि दोषी पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई है? यह सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला है, और यह जरूरी है कि दोषी पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों को जल्द ही निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
सरकारी धन का बंदर बांट
परिवाहन निगम में अफ़सरो की मिल भगत से हुआ है बिलों का फर्जी बड़ा जांच में हुआ खुलासा न फर्मे ब्लैकलिस्ट हुई न एफआईआर हुई कार्रवाई के नाम पर केबल लीपापोती हुई हैं कार्य साला में बसों की मरमत दिखाकर फर्जी बिलों लाखो – करोड़ो का भुगतान विभाग से लेकर सरकारी धन का बंदर बांट हुआ हैं।
फर्मो के बिलों पर बसों की मरम्मत किए विना समान की खरीदारी
नोडल अधिकारी सत्यनारायण की जाँच रिपोर्ट में हुए खुलासे में स्प्ष्ट हुआ हैं कि वीते वर्ष 2024 से ममता इंटरप्राइजेज और भसिम इंटरप्राइजेज नाम की फर्मो के बिलों पर बसों की मरम्मत किए विना समान की खरीदारी दिखा कर लाखों करोड़ों का बिल भुगतान लिया जाता रहा है।
UP SCR: यूपी में NCR की तर्ज पर बनेगा SCR, इन 6 जिलों को किया गया शामिल, बनाई गई कार्यकारी समिति
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य राजधानी क्षेत्र (State Capital Region – SCR) के विकास के लिए एक कार्यकारी समिति का गठन किया है। इस समिति का उद्देश्य यूपीएससीआरडीए (उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण) के कामकाज को तेजी से आगे बढ़ाना है। पढ़ने के लिए क्लिक करें