Chaitra Navratri 2025 Kalash Sthapna Muhurat: आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। मां दुर्गा की भक्ति में आज से सभी रम जाएंगे।
यदि आप भी घर पर मां दुर्गा की पूजा के लिए कलश स्थापना करने वाले हैं तो चलिए जानते हैं ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से कि घर पर पूजा की विधि क्या है। इस बार चैत्र नवरात्रि कब तक चलेगी।
घट स्थापना मुहूर्त (Ghatasthapana Shubh Muhurat)
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:01 मिनट से 12:50 मिनट तक
स्थिर लग्न: सुबह वृष 6:23 से 8:19 तक रहेगा
गज पर मां दुर्गा की सवारी का क्या मतलब होता है
हिन्दू धर्म में मां दुर्गा की सवारी के अलग अलग अर्थ होते हैं। चूंकि मां लक्ष्मी की सवारी गज यानी हाथी है। इस बार मां दुर्गा गज यानी हाथी पर ही सवार होकर आ रही हैं।
ऐसे में जब मां दुर्गा की सवारी गज होता है तो इस वर्ष विभिन्न जातकों पर मां लक्ष्मी की कृपा अधिक होती है। देश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है।
चैत्र नवरात्रि की तिथियां (Chaitra Navratri Tithi Date)
30 मार्च: प्रतिपदा तिथि
31 मार्च: द्वितीया तिथि
1 अप्रैल: तृतीया तिथि
2 अप्रैल: चतुर्थी और पंचमी तिथि एक साथ
3 अप्रैल: छठ तिथि
4 अप्रैल: सप्तमी तिथि
5 अप्रैल: अष्टमी तिथि, महाष्टमी, दुर्गा अष्टमी तिथि
6 अप्रैल: जवारे विसर्जन, महानवमीं तिथि
कब तक रहेगी चतुर्थी तिथि (Chaturthi Panchami Tithi Muhura)
हिन्दू पंचांग के अनुसार 2 अप्रैल को सुबह 8:55 मिनट तक चतुर्थी तिथि रहेगी इसके बाद पंचमी तिथि लग जाएगी। जो अगले दिन यानी 3 अप्रैल को सूर्योदय के पहले ही 4:32 पर समाप्त हो जाएगी। इस आधार पर बार चतुर्थी और पंचमी दोनों तिथियां एक ही दिन रहेगीं।