हाइलाइट्स
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बंसल हॉस्पिटल में किडनी के 400 सफल ट्रांसप्लांट
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सबसे ज्यादा सक्सेस रेट वाला सेंट्रल इंडिया का नंबर-1 हॉस्पिटल
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चिकित्सा क्षेत्र में बंसल अस्पताल की बड़ी उपलब्धि
Bansal Hospital Kidney Transplant Success Story: भोपाल के बंसल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और सर्जन की टीम ने किडनी के 400 सफल ट्रांसप्लांट कर चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसी के साथ बंसल हॉस्पिटल सेंट्रल इंडिया का सबसे ज्यादा और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुरूप सफल किडनी ट्रांसप्लांट करने वाला नंबर-1 अस्पताल बन गया है। यहां किडनी की जेनेटिक मैचिंग के अलावा ABO इनकम्पैटिबल (ब्लड ग्रुप मैच नहीं), स्वैप और कैडैवर जैसे जटिल ट्रांसप्लांट भी बड़े महानगरों की तुलना में करीब आधे खर्च पर किए जा रहे हैं।
बंसल हॉस्पिटल में डेडिकेटेड ट्रांसप्लांट आईसीयू
भोपाल में ट्रांसप्लांट की बेहतर सक्सेस रेट के लिए जरूरी डेडिकेटेड ट्रांसप्लांट आईसीयू सिर्फ बंसल हॉस्पिटल में ही उपलब्ध है। इसलिए अब मध्यप्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्यों के मरीज भी बड़ी संख्या में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए बंसल हॉस्पिटल आ रहे हैं। ये जानकारी बंसल हॉस्पिटल के सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट एवं ट्रांसप्लांट फिजिशियन डॉ. विद्यानंद त्रिपाठी और चीफ ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. संतोष अग्रवाल ने मंगलवार, 25 मार्च को संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस में दी। इस अवसर पर बंसल हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील बंसल एवं शहर के सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. गोपेश मोदी भी विशेष रूप से मौजूद थे।
लेस्प्रोस्कोपिक तकनीक से डोनर सर्जरी
डॉ. संतोष अग्रवाल ने बताया कि बंसल हॉस्पिटल ने 400 सफल किडनी ट्रांसप्लांट की उपलब्धि मरीज और उनके परिजनों के भरोसे पर हासिल की है। किडनी ट्रांसप्लांट के सभी मामलों में हमारी सक्सेस रेट दुनिया और भारत के किसी भी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से कम नहीं है। इस लिहाज से अब यह मध्यप्रदेश में किडनी ट्रांसप्लांट का नंबर-1 सेंटर बन गया है। यहां सभी डोनर सर्जरी लेप्रोस्कोपिक तकनीक से की जाती हैं, जिससे रिकवरी बहुत फास्ट होती है और डोनर एक हफ्ते के भीतर घर जा सकता है।

बंसल में इंदौर-नागपुर से भी ज्यादा ट्रांसप्लांट
बंसल हॉस्पिटल के सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. विद्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि मध्य भारत के इलाके में किडनी के सबसे ज्यादा ट्रांसप्लांट अब बंसल हॉस्पिटल में किए जा रहे हैं। ट्रांसप्लांट की यह संख्या इंदौर और नागपुर के सभी ट्रांसप्लांट सेंटर से भी ज्यादा है। अस्पताल में जेनेटिक ट्रांसप्लांट के अलावा अब किडनी के जाटिल ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन भी रूटीन में किए जाने लगे हैं। जटिल ट्रांसप्लांट के ऐसे मामलों में अब तक 50 से ज्यादा एबीओ इनकम्पैटिबल (जब डोनर और रिसीवर का ब्लड ग्रुप मैच नहीं होता), 20 स्वैप ट्रांसप्लांट, 15 कैडेवर और पांच पीडियाट्रिक ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं।
बंसल में इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का ट्रांसप्लांट
प्रेस कान्फ्रेंस में विशेष रूप से मौजूद शहर के सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट गोपेश मोदी ने कहा कि वे भोपाल में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा सबसे पहले भोपाल मेमोरियल अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर में करना चाहते थे। इसके लिए बीएमएचआरसी ट्रस्ट के चेयरमैन एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एएम अहमदी ने भी प्रयास किए लेकिन वे भी इसमें सफल नहीं हो सके। लेकिन इस बड़ी चुनौती को बंसल हॉस्पिटल के एमडी सुनील बंसल ने अपने अस्पताल में सफल करके दिखा दिया। डॉ. मोदी ने बताया कि 2014 से पहले उनके पास आने वाले किडनी के ज्यादातर मरीज ट्रांसप्लांट के लिए नडियाड, अहमदाबाद, मुंबई और दिल्ली जाते थे लेकिन 2014 के बाद से यह स्थिति बदल गई है। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से उनके सिर्फ दो मरीज ही किडनी ट्रांसप्लांट के लिए भोपाल से बाहर गए हैं। बाकी सभी मरीजों का ट्रांसप्लांट बंसल अस्पताल में ही हुआ है।
बंसल का उद्देश्य मरीजों को सस्ता और अच्छा इलाज मुहैया कराना
बंसल हॉस्पिटल के एमडी सुनील बंसल ने कहा कि अस्पताल में किडनी के 400 सफल ट्रांसप्लांट की उपलब्धि नंबरों के लिहाज से नहीं बल्कि मरीज और उनके परिजनों के विश्वास के लिहाज से महत्वपूर्ण है। बंसल हॉस्पिटल की यह उपलब्धि लोगों के विश्वास और भगवान के आशीर्वाद से संभव हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अस्पताल प्रबंधन का उद्देश्य मरीजों को किफायती दर पर बेहतर और सफल ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध कराना है। अस्पताल में हमारी टीम का यही प्रयास होता है कि यहां मरीजों को सस्ता और अच्छा इलाज मुहैया काराया जाए और उन्हें जल्दी ठीक कर घर भेजा जा सके।
बंसल में आधे खर्च में ट्रांसप्लांट की सुविधा
डॉ. त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि बंसल हॉस्पिटल में किडनी की जेनेटिक मैचिंग से ट्रांसप्लांट का खर्च करीब 6 से 7 लाख रुपए आता है। वहीं मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में यही ट्रांसप्लांट कराने पर 10 से 12 लाख रुपए का खर्च आता है। अस्पताल में किसी रिश्तेदार की किडनी डोनेशन के जरिए ट्रांसप्लांट कराने पर करीब 7.50 लाख रुपए खर्च आता है। बिना ब्लड ग्रुप मैचिंग की किडनी ट्रांसप्लांट का खर्च 14-15 लाख रुपए होता है। इस लिहाज से देखा जाए तो बड़े शहरों की तुलना में बंसल हॉस्पिटल में करीब आधे खर्च में हर प्रकार का किडनी ट्रांसप्लांट संभव है।
ऑर्गन डोनेशन के बारे में जागरुकता बढ़ाना जरूरी

कार्यक्रम में अस्पताल की नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. हर्षिता शर्मा ने कहा कि हमारे देश खासकर मध्यप्रदेश में किडनी के इलाज और ऑर्गन डोनेशन को लेकर लोगों के बहुत जागरुक करने की जरूरत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किडनी के मरीज और उनके परिजनों को यह समझने की जरूरत है कि किडनी की बीमारी का समाधान डायलिसिस नहीं बल्कि ट्रांसप्लांट है।

इस अवसर पर अस्पताल में किडनी के जटिल ट्रांसप्लांट की सफल सर्जरी होने पर मरीज अभिषेक राजा का मैनेजमेंट और डॉक्टरों की टीम ने बुके देकर अभिनंदन किया। प्रेस कान्फ्रेंस में हॉस्पिटल के ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अमित कुमार झा, एनेस्थीसिया टीम के डॉ. हरभजन सैनी, डॉ. रितेश, डॉ. दीपा, डॉ. लक्ष्मीकांत और डॉ. अभिनव भी मौजूद थे।