हाइलाइट्स
- भाजपा विधायक चिंतामणि मालवीय को मिले नोटिस पर सियासी हलचल तेज।
- मालवीय ने कहा कि मैं पार्टी को उचित प्लेटफॉर्म पर जवाब दूंगा।
- विधायक ने उज्जैन में जमीन अधिग्रहण का मुद्दा उठाया था।
BJP MLA Chintamani Malviya: उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ को लेकर विवाद गहरा गया है। बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय ने विधानसभा में मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि उज्जैन के किसानों की जमीन जबरदस्ती अधिग्रहित की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसान डरे हुए हैं और यह भू-माफियाओं की साजिश हो सकती है।
इस बयान के बाद BJP नेतृत्व नाराज हो गया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मालवीय को पार्टी की छवि धूमिल करने के आरोप में नोटिस जारी कर दिया। उन्हें 7 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
नोटिस पर विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा
नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए चिंतामणि मालवीय ने कहा कि मैंने गलत नहीं कहा, माफी नहीं मांगूंगा। मैं भाजपा का प्रतिबद्ध कार्यकर्ता हूं, लेकिन मैंने जो कहा वह सच है। यह सदन का मामला है। उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे नोटिस नहीं मिला है, नोटिस मिलने पर तथ्यों के साथ जवाब दूंगा।’
उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जमीन अस्थायी रूप से ली जाती थी, लेकिन अब स्थायी अधिग्रहण की कोशिश हो रही है, जिससे किसानों को नुकसान होगा।
कांग्रेस ने BJP पर साधा निशाना, भू-माफियाओं को संरक्षण
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने चिंतामणि मालवीय का समर्थन करते हुए भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मालवीय को नोटिस इसलिए दिया गया क्योंकि उन्होंने लोकतंत्र की जिम्मेदारी निभाई। पटवारी ने कहा, ‘भू-माफिया सरकार के सिर चढ़कर बोल रहा है। सिंहस्थ के नाम पर किसानों की जमीन हड़पी जा रही है।’
भाजपा की मानसिकता साफ, सच बोलने वालों को दबाया जाएगा
एमपी विधानसभा बजट सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस विधायक महेश परमार ने भी ग्राम निवेश संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए इसे प्रदेश का काला दिन बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा की मानसिकता साफ है, जो सच बोलेगा, उसे दबाया जाएगा।
सिंहस्थ और विधेयक का कोई संबंध नहीं
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि सिंहस्थ और ग्राम निवेश विधेयक का कोई लेना-देना नहीं है। वहीं, उज्जैन उत्तर के बीजेपी विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने इस योजना का समर्थन करते हुए इसे किसान हित में बताया।
सिंहस्थ 2028 की तैयारियों पर बवाल
उज्जैन में अप्रैल-मई 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियां चल रही हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की थी कि इस बार साधु-संतों के लिए पक्के भवन बनाए जाएंगे, लेकिन इसके लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
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