गर्मियों में छत्तीसगढ़ की जगहों पर घूमने जरूर जाएं

तीरथगढ़ वॉटरफॉल- बस्तर का "तीरथगढ़ वॉटरफॉल"  काफी प्रसिद्ध है। यहां बने वुड के सरकारी रिजॉर्ट शिमला के रिसोर्ट से कम नहीं लगते, यही वजह है कि तीरथगढ़ में गर्मी के दिनों में भी  ठंड का अहसास होता है।

मिचनार- बस्तानार में मौजूद "मिचनार" काफी प्रसिद्ध है। ये पर्यटन स्थल ऊंची जगह पर होने के चलते यहां बस्तर से घने जंगलों की खूबसूरती और वादियां काफी खूबसूरत दिखाई देती है। यहां पर्यटकों के ठहरने के लिए नाइट टैंट का भी इंतजाम किया जाता है।

कांगेर वैली- यह एक नेशनल पार्क है। इस नेशनल पार्क के अंदर मौजूद "कांगेर वाटरफॉल" का पानी 12 महीनों काफी ठंडा रहता है। जंगलों में बने रिसोर्ट और ट्राइबल होमस्टे और इस होमस्टे में बस्तर की संस्कृति, परंपरा, वेशभूषा और ट्रेडिशनल फूड मिलने से पर्यटकों की यह जगह पहली पसंद होती है।

दंतेवाड़ा- दंतेवाड़ा जिले का "ढोलकल" काफी प्रसिद्ध है। ढोलकाल की खासियत ये है कि यहां पहाड़ की सबसे ऊंची चोटी पर तेरहवीं शताब्दी का भगवान गणेश का मूर्ति स्थापित है। घने जंगलों के बीच होकर ऊंची पहाड़ियों में चढ़कर पर्यटक यहां भगवान के दर्शन करते हैं।

नीलम सरई वॉटरफॉल- यह वाटरफॉल बस्तर संभाग के सबसे ऊंचे वाटरफॉल में शुमार है। यह भी घने जंगलों के बीच मौजूद है। चारों तरफ पहाड़ियों के बीच घना जंगल और यहां से कल-कल बहता नीलम सरई वाटरफॉल का पानी पर्यटकों का मन मोह लेता है।