गर्मियों में बनाएं कांजी वड़े, जानें इसके फायदे

पाचन सुधारता है- कांजी वड़ा पाचन के लिए बहुत फायदेमंद है। मूंग दाल में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो आंतों की सफाई करती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देती है।

हाजमा सुधारता है- कांजी वड़ा में उपयोग होने वाले मसाले जैसे जीरा, हींग और हल्दी हाजमे को बेहतर बनाते हैं। ये मसाले आंतों के संक्रमण को कम करने, गैस और सूजन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

इम्यूनिटी बूस्ट होती है- कांजी वड़ा में खट्टे मसाले होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो इम्यूनिटी को बेहतर बनाते हैं।

त्वचा के लिए फायदेमंद- कांजी वड़ा में विटामिन C होता है, जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है। यह स्किन को ग्लो देने के साथ-साथ फ्री रेडिकल्स से भी बचाता है, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।

ऐसे बनाएं कांजी वड़ा: सामग्री- 1 कप मूंग दाल, 1 इंच अदरक, 1 गाजर, 2 हरी मिर्च, 2 चुटकी हींग, नमक स्वादानुसार, तेल, राई आधा चम्मच, काला नमक स्वादानुसार, नींबू, हल्दी आधी छोटी चम्मच, लाल मिर्च आधी छोटी चम्मच और 4 कप पानी।

सबसे पहले, मूंग दाल को अच्छे से धोकर पानी में भिगोकर 2-3 घंटे के लिए रख दें। अब इसमें अदरक, हरी मिर्च, जीरा, हींग और नमक डालकर अच्छे से मिक्स करें।

एक कढ़ाई में तेल गर्म करें और इसमें छोटी-छोटी बॉल्स बनाकर वड़े तलें। कांजी बनाने के लिए गाजर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। आप चाहें तो इसे बिना गाजर के भी बना सकते हैं।

एक बर्तन में पानी डालकर उसमें गाजर, हल्दी, राई, लाल मिर्च पाउडर, नमक और अन्य मसाले डालकर अच्छे से मिला लें।

इस मिश्रण को धूप में 2-3 दिन के लिए रखें ताकि यह खट्टा हो जाए। कांजी तैयार है। आप इस कांजी को सुबह धूप में रखने के बाद शाम में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

जब वड़े ठंडे हो जाएं, तो इन्हें कांजी पानी में डालकर कुछ समय के लिए भिगो दें। इसे 2-3 घंटे के लिए छोड़ दें, ताकि वड़े कांजी में अच्छे से सोख जाएं।

अब आपका स्वादिष्ट कांजी वड़ा तैयार है। इसे ठंडा या सामान्य तापमान पर परोसें। आप इसे साज सजावट के लिए हरी धनिया पत्तियों से सजा सकते हैं।