Chhattisgarh Farmer Suicide: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के सुहेला में एक किसान ने प्रशासन की उदासीनता से परेशान होकर तहसील कार्यालय के बाहर जहर खा लिया। किसान हीरालाल साहू भूमि विवाद को लेकर लंबे समय से न्याय की गुहार लगा रहे थे।
बार-बार तारीख मिलने से हताश किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया। घटना के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है और जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं किसान को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामला क्या है?
हीरालाल साहू, निवासी बुढ़गहन गांव (Budhaghan Village), अपनी जमीन पर कब्जे को लेकर परेशान थे। यह मामला सुहेला तहसील (Suhela Tehsil) में लंबित था। किसान लंबे समय से न्याय के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे थे, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ अगली तारीख दी जाती रही।
कैसे हुई घटना?
सोमवार को जब किसान को फिर से अगली पेशी की तारीख दी गई, तो वह मानसिक रूप से टूट गए। तहसील कार्यालय से बाहर निकलते ही उन्होंने जहर खा लिया। मौके पर मौजूद लोगों और तहसीलदार ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुहेला (Community Health Center Suhela) में किसान का इलाज चल रहा है, लेकिन उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
घटना के बाद मचा हड़कंप
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन में हलचल मच गई। किसान संगठनों (Farmer Unions) और ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया है। उनका कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता किसानों को आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर कर रही है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर दीपक सोनी (Collector Deepak Soni) ने एसडीएम सिमगा अंशुल वर्मा (SDM Simga Anshul Verma) को जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक बयानबाजी शुरू
इस घटना को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर (Congress District President Hitendra Thakur) ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि “यह सरकार की नाकामी और मंत्री की असफलता को दर्शाता है।”
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