Holika Dahan 2025 Upay: लंबे इंतजार के बाद 13 मार्च 2025 गुरुवार को शुभ मुहूर्त में होलिका दहन होगा। आपको बता दें भद्रा काल के निकलने के बाद रात को विधि विधान से होलिका दहन किया जाएगा।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन के बाद होली की राख को घर पर लाकर एक विशेष उपाय किया जाता है। जिससे घर में धन धान्य की वृद्धि होकर आर्थिक संकट दूर होते हैं।
चलिए जानते हैं होली की राख कितने बजे उठाना चाहिए, साथ ही जानेंगे इसे कहां और कैसे रखना है।
चलिए जानते हैं होलिका दहन के उपाय और टोटके क्या हैं।
होलिका दहन की राख के उपाय (Holi ke Totke in Hindi)
पुराने जमाने में होलिका दहन (Holika Dahan) की राख से ही होली खेलने की परंपरा थी। बुंदेलखंड (Budelkhand Holi Tradition) के गांवों में होलिका दहन की राख (Holika Dahan) को धुरैड़ी के दिन एक दूसरे के माथे पर लगाकर होली की शुभकामनाएं (Holi Wishes) देते हैं।
ऐसी मान्यता है कि होलिका दहन की राख (Holika Dahan ki Rakh ke Upay) में सारी बुराइयां भस्म होकर वह मंगलकारी बन जाती है। इसलिए इस खास उपाय से लोगों के जीवन की सारी समस्याएं (Arthik Pareshani Door ke Upay) दूर हो जाती हैं और व्यक्ति निरोगी बनता है।
होलिका दहन क्या करें उपाय (Holi ke Upay)
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार बुंदेलखंड में होलिका दहन (Holika Dahan Parampara) की कई परंपराएं हैं। होलिका दहन के दिन पूजा के बाद पूजा की अग्नि में गेंहू की बालें डाल कर भूनी जाती हैं।
इसके बाद इन भुनी हुई बालियों को घर में रख लिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि होली (Holi 2024) पर ये उपाय करने से हमेशा धन धान्य की वृद्धि बनी रहती है। गेंहू की फसल आने पर मां अन्नपूर्णां को पहली फसल अर्पित करने के रूप में भी ये बालें अर्पित की जाती हैं।
होलिका दहन पर बिना बोले करें ये उपाय
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार होलिका दहन के दिन होली (Holi 2024 Date) जलने के बाद जब उसकी अग्नि शांत हो जाती है। तो अगले दिन यानी धुरैड़ी पर सूर्योदय के पहले उठकर बिना किसी से बोले और बिना पीछे देखे, होलिका दहन के स्थान पर जाकर होलिका दहन की राख को उठाकर ले आएं। इसे एक लाल कपड़े में बांध कर घर की तिजोरी में रख लें। होलिका दहन (Holika Dahan Upay) का ये उपाय आपके जीवन में सुख-समृद्धि ला सकता है।
बिना बोले क्यों करना चाहिए उपाय (Totke Bina Bole Kyon Karte Hain)
जब भी कोई धार्मिक पूजा, पाठ, उपाय या टोटका किया जाता है तो उसे मौन रह कर ही किया जाना चाहिए। ज्योतिषाचार्य के अनुसार किसी उपाय को मौन रूप से करने पर ही उसका फल मिलता है। इसलिए होलिका दहन का उपाय (Holi Upay) भी मौन रहकर बिना बोले करना चाहिए।
घर के चूल्हे में साल भर जलती है अग्नि (Holika Dahan ki Agni ke Upay)
बुंदेलखंड में होलिका दहन की एक परंपरा अभी भी कायम है। इसमें होलिका दहन की पूजा के बाद उसकी अग्नि को घर लाया जाता है। इसके बाद इसे घर के चूल्हे की राख के अंदर दबा दिया जाता है।
इसके बाद अगले दिन फिर उसी गोबर के कंडे में अगले दिन के लिए लकड़ी और कंडी रख दी जाती है। जिससे उसमें आग लगातार सुलगती रहती है। ऐसा माना जाता है इससे पूरे साल घर का चूल्हा जलता रहता है। जब ये चूल्हे की अग्नि शांत हो जाती है तो इसे अच्छा नहीं माना जाता। यानी ये अशुभ संकेत माना जाता है।
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नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।