हाइलाइट्स
साल 2017 में हुआ था छत्तीसगढ़ में सीडी कांड
विनोद वर्मा के घर से जब्त की थी 500 सीडी
कोर्ट में अपना पक्ष रखने पेश होंगे भूपेश
CG CD Scandal Case: रायपुर में CD कांड मामले की सुनवाई आज कोर्ट में हो रही है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विनोद वर्मा समेत कई आरोपियों को कोर्ट में पेश होना है। सीबीआई ने पहले ही कोर्ट में अपना पक्ष रखा है, जबकि आज अभियुक्त पक्ष के वकील अपना पक्ष रखेंगे।
इस मामले में कैलाश मुरारका समेत अन्य आरोपियों की भी आज कोर्ट (CG CD Scandal Case) में पेशी होगी। यह मामला करीब 7 साल बाद रायपुर कोर्ट में सुनवाई के लिए आया है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल कोर्ट में पेश हो चुके हैं। 203 नंबर जज भूपेश कुमार बसंत की कोर्ट में भूपेश पेश हुए हैं। CBI ने कोर्ट में रखा अपना पक्ष। आज अभियुक्त पक्ष के वकील रखेंगे अपना पक्ष। 7 साल बाद रायपुर कोर्ट में चल रही है सुनवाई।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) March 4, 2025
सीबीआई ने कोर्ट में रखा है अपना पक्ष
सीबीआई ने पहले ही इस मामले में अपना पक्ष कोर्ट में रखा है। अब अभियुक्त पक्ष के वकील (CG CD Scandal Case) अपना पक्ष रखेंगे। इस मामले में कई बड़े नेताओं और अधिकारियों के नाम सामने आए हैं, जिसके चलते यह केस काफी चर्चा में रहा है।
7 साल बाद कोर्ट में सुनवाई
CD कांड मामले की सुनवाई करीब 7 साल बाद रायपुर कोर्ट (CG CD Scandal Case) में शुरू हुई है। इस मामले में कई बड़े नेता और अधिकारी आरोपी हैं, जिसके चलते यह केस राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।
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क्या है सीडी कांड का पूरा मामला विस्तार से समझते हैं
छत्तीसगढ़ में सीडी कांड की शुरूआत साल 2017 में हुई। 27 अक्टूबर 2017 को उस समय के अध्यक्ष रहे भूपेश बघेल के बंगले प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस पीसी में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक सीडी का वितरण किया। इस बांटी गई सीडी में एक आपत्तिजनक वीडियो दिया गया था। इस वीडियो को लेकर भूपेश का दावा था कि महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में उस समय की सरकार के मंत्री राजेश मूणत ही हैं।
राजेश मूणत का खंडन, विनोद वर्मा अरेस्ट
यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने लगी। इसी बीच कुछ की घंटों के बाद उस समय मंत्री रहे राजेश मूणत ने इस सीडी को पूरी तरह से फर्जी करार दिया। साथ ही इसकी जांच उच्च स्तरीय कराने सीएम से मांग की। इसी मामले में पुलिस ने गाजियाबाद के वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को अरेस्ट किया। इस मामले में उनके घर से ही वीडियो क्लिप की 500 सीडी और 2 लाख रूपए जब्त किए गए थे। मूल रूप से विनोद वर्मा रायपुर के रहने वाले हैं और जाने माने पत्रकार भी हैं। उस समय वे भूपेश बघेल के साथ रहकर मीडिया सेल का काम देख रहे थे।
सीबीआई ने किया था खुलासा
17 नवंबर 2017 को इस केस की जांच की कमान एसआईटी ने सीबीआई को सौंपी। सीबीआई ने जांच के बाद चार्जशीट पेश की। इसमें दावा किया कि इसी सीडी को फोरेंसिक विश्लेषण के आधार पर तैयार किया गया है। इसको मुंबई में एक एडिटिंग लैब में 1 लाख रूपए का भुगतान कर तैयार कराया गया था। इस केस के मास्टर माइंड छत्तीसगढ़ बीजेपी नेता कैलाश मुरारका हैं। इस काम के लिए आरोपी विनय पांड्य और रिंकू खानुजा के द्वारा भी मदद की गई। सीबीआई ने खुलासा किया था कि उस समय के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत को बदनाम करने की नियत से उसके पार्टी सहयोगी कैलाश मुरारका ने यह पूरा चक्रव्यूह रचा था। एक अश्लील वीडियो क्लिप पर सुपरमिंप के माध्यम से मूणत का चेहरा मर्ज किया गया था। इन आरोपों के साथ ही सीबीआई ने अपनी चार्जशीट पेश की थी।
इस केस में एक आरोपी की हो चुकी है मौत
इस केस में 6 जून 2018 को फिर एक घटना हुई। सीडी स्कैंडल मामले को लेकर जब सीबीआई ने पूछताछ की तो आरोपी रिंकू खनूजा ने सुसाइड कर लिया था। इस पर कांग्रेस ने रमन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। सीबीआई पर भी गंभीर आरोप लगाए थे।
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