हाइलाइट्स
- दमोह एडिशनल एसपी का स्टेनो रंगे हाथों गिरफ्तार
- सागर लोकायुक्त टीम ने की कार्रवाई
- खदान पर कार्रवाई रोकने मांगी थी रिश्वत
MP Corruption case: मध्यप्रदेश में करप्शन की हद हो गई। शुक्रवार को प्रदेश में चार जगह रिश्वतखोरी के मामलों में कार्रवाई की गई। चौथा मामला दमोह एडिशनल एसपी कार्यालय का है। जहां सागर लोकायुक्त ने एडिशनल एसपी के स्टेनो त्रिलोक अहिरवार को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
आरोपी स्टेनो पहले ले चुका है 5 हजार घूस
घूसखोरी का ये पूरा खेल एडिशनल एसपी कार्यालय में चल रहा था। आरोपी स्टेनो पहले भी पांच हजार रुपए की रिश्वत ले चुका था। आवेदक सुमित सोनी की शिकायत पर सागर लोकायुक्त की टीम ने यह कारवाई की है। खदान पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई रोकने के एवज में स्टेनो त्रिलोक अहिरवार ने रिश्वत मांगी थी।
एडि. एसपी के स्टेनो ने की थी 40 हजार रुपए की मांग
सागर लोकायुक्त इंस्पेक्टर बीएम द्विवेदी ने बताया कि दमोह निवासी सुमित सोनी ने शिकायत की थी कि त्रिलोक अहिरवार एडिशनल एसपी के स्टेनो ने मुरुम के बिजनेस में उसे सहयोग देने और पुलिस मैनेजमेंट के नाम पर 40 हजार रुपए महीने की डिमांड की थी। 30 हजार रुपए महीने लेने में सौदा तय हुआ था।
सत्यापन के समय ले लिए 5 हजार रुपए
उन्होंने बताया कि मामले के सत्यापन के समय पांच हजार रुपए स्टेनो के द्वारा पहले ही ले लिए गए थे। शुक्रवार, 28 फरवरी को 25 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों स्टेनो को गिरफ्तार किया गया है। घूसखोर स्टेनो के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
सागर में SDM कार्यालय का कर्मचारी घूस लेते गिरफ्तार: नामांतरण और अवैध कब्जा हटाने मांगे थे 50 हजार, EOW ने दबोचा
MP Corruption: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को सागर के मालथौन एसडीएम कार्यालय में पदस्थ सहायक रीडर को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई को EOW सागर टीम ने अंजाम दिया। सहायक रीडर वेदनारायण यादव ने एक किसान से जमीन के नामांतरण और अवैध कब्जा हटाने के एवज में 50 हजार रुपए की मांग की थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…