CG Mahasamund Farmers Protest: महासमुंद जिले में लो वोल्टेज और लगातार बिजली कटौती की समस्या से परेशान सैकड़ों किसानों ने कोमाखान विद्युत अधिकारी के कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने चेतावनी दी कि यदि पांच दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। कांग्रेस नेता और किसान संघर्ष समिति के संयोजक अंकित बागबाहरा ने बताया कि खल्लारी विधानसभा के दो प्रमुख ब्लॉक—बागबाहरा और पिथौरा—के किसान बिजली आपूर्ति की अनियमितता से परेशान हैं।
बिजली संकट से बढ़ रही परेशानियां
बिजली कटौती और लो वोल्टेज के कारण गांवों में पीने के पानी और खेतों की सिंचाई की समस्या उत्पन्न हो गई है। रात में कम वोल्टेज के कारण लोग चैन से सो नहीं पा रहे, वहीं छात्रों को परीक्षा की तैयारी में भी दिक्कतें आ रही हैं।
लघु उद्योगों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद लाइनमैन और बिजली विभाग के अधिकारी इस समस्या का समाधान नहीं कर पाए हैं। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि 50% से अधिक फसलें सूखने की कगार पर हैं।
किसानों की बैठक और रैली
अंकित बागबाहरा के नेतृत्व में लगभग 50 गांवों के किसान एकजुट हुए। इनमें बकमा, गांजर, बांसकांठा, कोमाखान, घोइनाबाहरा, बोडरीदादर, सेनभांटा, कुसमी, सिमगांव, डोंगरगांव, कोल्दा, चंद्रपुर, नर्रा, मुड़पार सहित अन्य गांवों के किसान शामिल थे। सभी किसानों ने घोइनाबाहरा गांव में बैठक कर अपनी समस्याओं पर चर्चा की।
इसके बाद किसानों ने रैली निकालकर कोमाखान विद्युत कार्यालय में जिला मुख्य विद्युत अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें लो वोल्टेज, बिजली कटौती और बार-बार फेस बदलने की समस्या को तत्काल रोकने की मांग की गई। किसानों ने स्पष्ट कर दिया कि यदि पांच दिनों में समाधान नहीं हुआ तो वे चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
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