Maharashtra-Karnataka Border Dispute Case: महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सालों से चले आ रहे सीमा विवाद ने एक बार फिर तनावपूर्ण रूप ले लिया है। हाल ही में दोनों राज्यों में हुई हिंसक घटनाओं के बाद बस सेवाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे आम लोगों की आवाजाही और कारोबार पर भी असर पड़ रहा है। फिलहाल, दोनों राज्यों की सरकारें किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं दिख रही हैं।
मालूम हो कि महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद (Maharashtra-Karnataka Border Dispute Case) की जड़ें 1956 में राज्यों के पुनर्गठन से जुड़ी हैं। बेलगावी, जो पहले बॉम्बे प्रांत (अब महाराष्ट्र) का हिस्सा था, को भाषाई आधार पर कर्नाटक में शामिल कर दिया गया। महाराष्ट्र में मराठी भाषी आबादी का एक वर्ग बेलगावी को महाराष्ट्र में शामिल करने की मांग करता रहा है, जबकि कर्नाटक इसका विरोध करता है। यह मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
हाल ही में हुई दो घटनाओं से फिर तनाव
बीते शुक्रवार 21 फरवरी को बेलगावी (Maharashtra-Karnataka Border Dispute Case) के मरिहाल में कर्नाटक के एक बस चालक और कंडक्टर को मराठी में बात न करने पर पीटा गया। कंडक्टर ने पुलिस में शिकायत की कि एक युवती ने मराठी में टिकट मांगा, लेकिन जब उसने कन्नड़ में बात करने को कहा, तो युवती और उसके साथियों ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद स्थानीय युवकों ने बस को रोककर कंडक्टर की पिटाई की।
चित्रदुर्ग में महाराष्ट्र के ड्राइवर पर हमला
इस घटना के जवाब में शनिवार को कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के बस चालक भास्कर जाधव पर हमला किया गया और उसका चेहरा काला कर दिया गया।
बसों पर लिखे गए नारे
रविवार को कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) की एक लग्जरी बस (Maharashtra-Karnataka Border Dispute Case) पर ‘जय महाराष्ट्र’, ‘मराठी’ और ‘महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना’ जैसे नारे लिखकर उसे विकृत कर दिया गया।
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इस घटनाओं से बस सेवाएं हुई प्रभावित
इन घटनाओं के बाद महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री ने कर्नाटक (Maharashtra-Karnataka Border Dispute Case) के लिए बस सेवाएं रद्द करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा, यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, MSRTC को कोल्हापुर डिवीजन से कर्नाटक के लिए बस सेवाएं अगले नोटिस तक रद्द करने का निर्देश दिया गया है।
दूसरी ओर, कर्नाटक सरकार ने भी महाराष्ट्र के लिए बस सेवाओं को सीमित कर दिया है। उत्तर पश्चिम कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (NWKRTC) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमने महाराष्ट्र जाने वाली बसों की संख्या फिलहाल सीमित कर दी है और स्थिति को सामान्य करने के लिए सभी एहतियात बरत रहे हैं।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस विवाद ने दोनों राज्यों की राजनीति को गरमा दिया है। महाराष्ट्र (Maharashtra-Karnataka Border Dispute Case) सरकार ने कर्नाटक सरकार से स्पष्ट रुख अपनाने और चर्चा करने की मांग की है। वहीं, कर्नाटक सरकार ने भी महाराष्ट्र के साथ बातचीत की पहल की है।
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