गर्मियां शुरू होने से पहले नींबू के पौधे में डालें ये चीज

पौधों को पोषण की जरूरत होती है। पोषण की कमी के चलते उसमें फल नहीं आते। मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम की सही मात्रा ना हो, तो पौधे में फल ही नहीं लगते।

नींबू में फल ना आने का एक कारण धूप की कमी भी है। ऐसे में पौधे को धूप वाली जगह पर रखें।

नींबू के पौधे का गमला 18 इंज का होना चाहिए। छोटे साइज के गमले में नींबू नहीं लगते।

मिट्टी बहुत ज्यादा ड्राई नहीं होनी चाहिए। साथ ही मिट्टी ज्यादा गीली भी ना हो।

नींबू के पौधे के लिए लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने के लिए गोबर के ओपलों को छोटा-छोटा तोड़ लें। इसे पानी में डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें। इससे सभी न्यूट्रीशियन पानी में आ जाएंगे। इसे 2 घंटे के लिए छोड़ दें।

इसके बाद, आपको गमले में पोटाश के दाने डालने हैं। यह एक बहुत ही असरदार फर्टिलाइजर है। पौधे में नींबू की पैदावार बढ़ाने के लिए बायो पोटाश डालें।

अगर आपका गमला या ग्रो बैग 18 इंच का है, तो इसमें आपको एक चम्मच पोटाश डालना होगा।

मिट्टी की गुड़ाई करने के बाद गोबर वाली लिक्विड खाद और पोटाश डालें। इसे आप डेढ महीने में एक बार यूज कर सकते हैं।