Kanpur Atal Bihari Vajpayee Auditorium: कानपुर में सरकार की योजना विफल होती हुई नजर आई है। दरअसल, कानपुर में पिछले 10 साल से अटल बिहारी वाजपेयी का निर्माण कार्य अभी तक खत्म नहीं हुआ है। कानपुर समेत यूपी की अपूर्ण परियोजनाओं में यह योजना सबसे ऊपर है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि योगी सरकार में कुछ ऐसे अफसर हैं, जिन्हें अपनी मर्जी से काम करना है। भले ही काम कितनी ही सालों तक लटका रहे।
कानपुर डीएम ने ऑडिटोरियम का नरीक्षण किया
कानपुर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को चुन्नीगंज स्थित जीआईसी मैदान के अंदर बने रहे अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें पता चला कि यह परियोजना 10 साल पुरानी है और अभी तक अधूरी है।
8.63 करोड़ रुपये की लागत, 4 करोड़ रुपये खर्च
डीएम ने मौके पर मौजूद अफसरों से कहा कि 8.63 करोड़ रुपये में से चार करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। बावजूद इसके अभी तक 10 सालों में आपने किया क्या? उन्होंने प्रोजेक्ट देखने के बाद पूरी स्थिति पर आश्चर्य जताया।
यूपी सिडको के एमडी को निर्देश
डीएम ने यूपी सिडको के एमडी को निर्देश दिए कि सभी जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर शासन स्तर से इस परियोजना का निरीक्षण करा लें। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी लापरवाही आजतक देखने को नहीं मिली, कि किसी परियोजना को 10 साल में पूरा नहीं कर पाए।
सितंबर 2025 तक सभागार बनकर तैयार होने का दावा
मौजूद अफसरों ने दावा किया कि सितंबर 2025 तक सभागार बनकर तैयार हो जाएगा। लेकिन डीएम ने इस दावे पर सवाल उठाए और कहा कि इतनी देरी क्यों हुई।
बागपत में वकीलों ने किया विरोध प्रदर्शन: अधिवक्ता अधिनियम में संशोधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी, बताया लोकतंत्र के खिलाफ!
Baghpat Advocates Protest: केंद्र सरकार द्वारा अधिवक्ता अधिनियम में किए गए बदलाव को लेकर बागपत में वकीलों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिला बार एसोसिएशन से बागपत कलेक्ट्रेट तक वकीलों ने पैदल जुलूस निकालते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार द्वारा लाए गए नए कानूनों को रद्द करने की मांग की। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें..