Sambhal Violence: संभल हिंसा मामले को लेकर बड़ी अपडेट आ रही है। संभल हिंसा के आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट जमा कर दी गई है। उपद्रवियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने SIT की टीम पहुंच गई है। पुलिस ने करीब 79 लोगों के खिलाफ ये चार्जशीट जमा की है। बता दें, हिंसा में तीन महिलाओं सहित 77 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। साथ ही पुलिस ने हिंसा के आरोपी गुलाम को भी गिरफ्तार कर लिया है।
संभल हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा
उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा को लेकर यूपी पुलिस ने गुरुवार को 400 पेज की चार्जशीट फाइल की। इसमें बताया गया है कि किस तरह से दुबई में रहने वाला शारिक साठा हिंसा का मास्टरमाइंड था। शारिक साठा अभी दुबई में है और उसका संबंध डी कंपनी से भी है। चार्जशीट में बताया गया कि इस हिंसा के पीछे डी कंपनी का भी हाथ था।
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन को जान से मारने की रची गई थी साजिश
संभल हिंसा मामले में पुलिस की जांच जारी है। बता दें, फिलहाल 135 आरोपियों के खिलाफ तफ्तीश की जारी है। संभल में हुई इस हिंसा के बाद पुलिस ने 2750 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। एफआईआर में कई अज्ञात नाम भी दर्ज किए गए थे।
पत्थरबाजों से पुलिस की पूछताछ जारी
संभल हिंसा की एक सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। ये लोग सीसीटीवी फुटेज में पत्थर फेंकते हुए दिखे थे। इसी मामले में संभल थाना और नखासा थाना में दर्ज दो-दो एफआईआर दर्ज की गई थीं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दर्ज कर दी है। साथ ही जांच में दंगा भड़काने की साजिश का पता चला है। हाल ही में संभल पुलिस ने संभल में हुई हिंसा में पत्थरबाजों की तस्वीरों के पोस्टर इलाके में लगाए थे। इस मामले में लगातार राजनीतिक दबाव देखने को मिल रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील और पुलिस को जान से मारने की साजिश
पुलिस ने विदेशी हथियारों की सप्लाई करने वाले मुल्जिम गुलाम को गिरफ्तार कर लिया है। गुलाम ने दंगा भड़काने की साजिश को कबूला है। जानकारी के मुताबिक, सर्वे के समय सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ट वकील विष्णु शंकर जैन और पुलिस पर हमला करने की साजिश रची गई थी। इस साजिश में आरोपियों को हथियार दिए गए थे और विष्णु शंकर की फोटो दिखाकर जान से मारने की प्लानिंग की गई थी।
दंगा भड़काने के लिए किया गया था विदेशी हथियारों का इंतजाम
आरोपी गुलाम, शारिक साठा का खास है। मस्जिद में सर्वे के समय दंगा भड़काने के लिए मुल्ला अफरोज और वारिस ने विदेशी हथियार का इंतजाम किया था। संभल में दंगा भड़काने का मकसद ठप पड़े विदेशी हथियारों और चोरी की गाड़ियों के व्यापार को बढ़ाना था।
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