Gorakhpur Crime News: बेलघाट पुलिस ने थाना अध्यक्ष विकास नाथ के नेतृत्व में बुधवार को बहुचर्चित अभिषेक उर्फ चंचल सिंह हत्याकांड के आरोप में वांछित अपराधी मानवेंद्र सिंह मानु की चल अचल संपत्तियों की जांच की जा रही है। वहीं बेलघाट पुलिस ने बुधवार को तीन ट्रैक्टर, एक मोटरसाइकिल व एक स्कूटी जब्त कर ली है।
पुलिस और राजस्व टीम ने मानवेंद्र सिंह उर्फ़ मानु के घर की नाप जोख भी की है। इस सम्बन्ध में पुलिस ने बताया की मानवेंद्र सिंह उर्फ मानु के चल व अचल संपत्तियों की जांच की जा रही है, इनके विरुध्द गैंगस्टर व हिस्ट्रीशीट प्रस्तावित की गई है। साथ ही बालू की ठेकेदारी के संबंध में भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, यदि आरोपी सरेंडर नहीं करता है, तो कुर्की की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी।
मानवेंद्र ने किया सरेंडर
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने 2 आरोपी अतुल और ज्ञानेंद्र सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं 20 फरवरी को मानवेंद्र सिंह ने भी देवरिया सीजीएम-1 के पास सरेंडर कर दिया है। बता दें, मानवेंद्र के ऊपर 2019 में आर्म एक्ट के तहत मुकदमा चल रहा था।
पेड़ को काटने को लेकर शुरू हुआ था विवाद
अभिषेक सिंह उर्फ चंचल (31) पुत्र अशोक सिंह बेलघाट थाना क्षेत्र के सौपाई घाट के रहने वाले थे। अभिषेक के पिता ने बताया कि एक व्यक्ति महुआ का पेड़ काट रहा था। अभिषेक ने जब देखा तो इसका कारण पूछा तो उसे व्यक्ति ने बताया कि मानवेंद्र के भाई संजय को इस पेड़ के पैसे दिए हैं। उन्होंने इस पेड़ को काटने को कहा है, इसी बात को लेकर संजय से अभिषेक की कहा सुनी होने लगी। इसके बाद फोन पर ही संजय, अभिषेक को गाली देने लगा तो अभिषेक ने भी संजय को गाली दे दी। यह बात संजय के भाई मानवेंद्र को बुरी लगी और उसने इसका इशू बना लिया।
अभिषेक बात खत्म करना चाहता था
अभिषेक के परिजनों ने यह भी बताया कि 15 फरवरी को मानवेंद्र के भाई संजय के साथ उसका विवाद हुआ था। इसके बाद मानवेंद्र ने अभिषेक को धमकी दी थी। गांव में इस बात की भी चर्चा है कि अभिषेक इस बात को खत्म करना चाह रहा था और वह अपनी गलती मानते हुए अगले दिन मानवेंद्र के भाई के लिए चाय लेकर भी गया था। मानवेंद्र के भाई ने उसके हाथ से चाय भी पी थी। अभिषेक सिंह उर्फ चंचल ने अगले दिन विवाद को सुलझाने की भी कोशिश की थी, पर विवाद नहीं सुलझा। मानवेंद्र सिंह का बालू का ठेका है, स्थानीय लोगों की मानें तो अभिषेक ही मानवेंद्र सिंह के बालू का काम देखता था।
पुलिस जांच में यह बात आई थी सामने
पुलिस जांच में बात सामने आई थी कि गोरखपुर शहर के सिंगारिया मैरिज हॉल में अभिषेक सम्मिलित होने गया था, उस शादी समारोह में अतुल सिंह और ज्ञानेंद्र सिंह भी गए थे। इस मैरिज हॉल में अभिषेक की ज्ञानेंद्र और अतुल से कुछ कहा सुनी हुई थी। इसकी सूचना उन्होंने अपने भाई मानवेंद्र को दे दी। मानवेंद्र सिंह ने मैरिज हॉल में भी अभिषेक को मारने के लिए लड़के भेजे थे।
स्थानीय लोगों की मानें तो जब बस सोपाई चौराहे पर पहुंची तो बस से उतरते समय भी अभिषेक की अतुल और ज्ञानेंद्र से फिर कहा सुनी हुई थी। गांव में इस बात की भी चर्चा है कि वहां पहले से मानवेंद्र सिंह मौजूद था। उसी ने गोली चला दी, हालांकि इस पूरे मामले पर पुलिस बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर से इस मामले को लेकर जानकारी ली है। मैरिज हॉल में लगे सीसीटीवी की फुटेज भी चेक की जा रही है।
अतुल और ज्ञानेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया
अभिषेक उर्फ चंचल सिंह के चचेरे भाई शिवेंद्र की तहरीर के आधार पर अतुल और ज्ञानेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, मुख्य हत्यारोपी मानवेंद्र सिंह का भी नाम है। मानवेंद्र सिंह के ऊपर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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