Lalu yadav Maha Kumbh 2025: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “कुंभ का क्या मतलब है? यह तो फालतू है।” यह बयान उन्होंने एक सार्वजनिक सभा में दिया, जिसने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस छेड़ दी है।
पैसों को गरीबों की भलाई और विकास कार्यों में लगाए
लालू यादव ने आगे कहा, “कुंभ के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन इसका आम जनता को कोई फायदा नहीं होता। यह सिर्फ दिखावा है। सरकार को चाहिए कि वह इन पैसों को गरीबों की भलाई और विकास कार्यों में लगाए।”
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हिंदू संस्कृति और परंपराओं का अपमान-लालू यादव
उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने लालू यादव पर हिंदू संस्कृति और परंपराओं का अपमान करने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “लालू यादव का यह बयान उनकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। कुंभ भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक है।
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वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) और अन्य विपक्षी दलों ने लालू के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि सरकार को धार्मिक आयोजनों पर होने वाले भारी खर्च को लेकर गंभीरता से सोचना चाहिए। धार्मिक नेताओं ने भी लालू यादव के बयान पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि कुंभ मेला लाखों लोगों की आस्था और विश्वास का केंद्र है और इसे ‘फालतू’ कहना उचित नहीं है। लालू यादव का यह बयान एक बार फिर धर्म और राजनीति के बीच बहस को जन्म दे गया है।