Raipur Robbery Case: रायपुर में 60 लाख रुपये की डकैती के मामले में पीड़ित के एक करीबी रिश्तेदार का नाम मास्टरमाइंड के रूप में सामने आया है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 59 लाख 50 हजार रुपये भी बरामद किए हैं।
IG अमरेंद्र मिश्रा ने बताया कि, डकैती की वारदात को 36 घंटे के भीतर सुलझा लिया गया और आरोपी पकड़े गए। उन्होंने बताया कि डकैती का उद्देश्य पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे से जुड़ा था। पीड़ित की एक बहन और रिटायर्ड सूबेदार ने मिलकर इस शातिर योजना को तैयार किया था।
डकैतों ने लूट के पांच-छह घंटे बाद ही किया पैसों का बंटवारा
डकैतों में दो लोग नागपुर और बिलासपुर से थे, और नांदगांव, दुर्ग से एक-एक आरोपी शामिल था। इसके अलावा पांच लोग और थे, जो रैकी करने और पुलिस पर निगरानी रखने का काम कर रहे थे। घटना के पांच-छह घंटे बाद ही पैसों का बंटवारा हो चुका था और पुलिस को लीड मिलते ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पीड़ित वेल्लू परिवार में आठ भाई-बहन थे और एक जमीन को लेकर परिवार में विवाद चल रहा था। कुछ सदस्यों में नाराजगी थी, जिससे पुलिस का शक परिवार के करीबी लोगों पर गहरा गया था। पुलिस ने परिवार के सभी सदस्यों से पूछताछ की और घटना के दौरान उनकी गतिविधियों पर नजर रखी।
नगरीय निकाय चुनाव के दिन दिनदहाड़े हुई थी डकैती
यह डकैती रायपुर के खम्हारडीह थाना क्षेत्र के अनुपम नगर में नगरीय निकाय चुनाव के दिन दिनदहाड़े हुई। डकैत कमांडो ड्रेस पहनकर घर में घुसे और बुजुर्गों को पिस्टल से धमकाकर बंधक बना लिया।
ॉइसके बाद डराने के लिए नकली इंजेक्शन भी लगाया। इस दौरान डकैतों ने यह धमकी भी दी कि अगर किसी ने शोर मचाया तो वे घर को बम से उड़ा देंगे। सीसीटीवी में पांच डकैतों की तस्वीरें कैद हुईं, जिनमें एक महिला भी शामिल थी।
घर में पलंग के नीचे रखे थे 65 लाख रुपये
पीड़ित परिवार के सदस्य प्रेमा वेल्लू (71), रजनी वेल्लू (67) और मनोहर वेल्लू (70) थे। ये तीनों भाई-बहन थे और साथ में रहते थे। वेल्लू परिवार ने हाल ही में अपनी पुश्तैनी जमीन बेची थी और 65 लाख रुपये घर में पलंग के नीचे रखे थे, जिसे डकैतों ने लूट लिया।
इसके अलावा, डकैतों ने आलमारी से गहने भी चुराए और फिर भागने के दौरान तीनों बुजुर्गों को कमरे में बंद कर दिया। लेकिन बुजुर्गों ने घर के पीछे के रास्ते से निकलकर पड़ोसियों और पुलिस को सूचित किया, जिससे पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और डकैती का खुलासा किया।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ पुस्तक घोटाला: जांच रिपोर्ट में 5 जिला शिक्षा अधिकारी दोषी, सरकार कब करेगी कार्रवाई?