MP Ration Scam Gwalior: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में बड़ा राशन घोटाले का खुलासा हुआ है। यहां हर महीने 4,841 ऐसे लोगों को दिया जा रहा है तो मर चुके हैं। इस पर 7.79 लाख रुपए राशन खर्च हो रहे हैं। राशन दुकानदार हर माह 242 क्विंटल गेहूं-चावल का खेला कर रहे थे। प्रशासनिक जांच में यह मामला सामने आया है। अब बवंडर मच रहा है।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) February 6, 2025
सिर्फ ग्वालियर में 4, 841 लोग राशन खा रहे
ग्वालियर जिले में 4, 841 लोग ऐसे हैं, जो मरने के बाद भी हर महीने 7.79 लाख रुपए का राशन खा रहे हैं। इसका खुलासा स्वयं प्रशासन द्वारा की गई जांच में हुआ है। प्रशासन की जांच में सामने आया कि सरकारी दुकानों से कई परिवार ऐसे लोगों का भी राशन ले रहे हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं या यूं कहें राशन दुकानदार भी इस मिलीभगत में पूरी तरह शामिल हैं।
केवल ग्वालियर में ऐसे लोगों की संख्या 5227 है। जिनमें लगभग 4,841 प्राथमिकता कार्ड वाले परिवार हैं। इनके एक सदस्य को 161 रुपए का तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल मिलता है। इस हिसाब से हर महीने ग्वालियर में ही 7,79,401 रुपए कीमत का 242 क्विंटल गेहूं-चावल का नुकसान विभाग उठा रहा है।
प्रदेश में 3 लाख से अधिक मृतकों के आधार कार्ड निरस्त
यहां बता दें कि UIDAI ने मध्यप्रदेश के 3.13 लाख मृतकों के आधार कार्ड निरस्त किए हैं और इसकी सूची राज्य शासन को भेजी थी। अब इसे जिलों में भेजा गया तो यह राशन घोटाला उजागर हुआ। जबकि सदस्य संख्या की समीक्षा नियमित तौर पर खाद्य विभाग को करना चाहिए। सबसे बड़ी बात ये हैं कि पीडीएस (PDS) का यहां फर्जीवाड़ा सिर्फ ग्वालियर ही नहीं बल्कि पूरे ग्वालियर-चंबल संभाग में हो रहा है। इन जिलों मे लगभग 25 हजार ऐसे लोग नियमित राशन ले रहे हैं। जिनका निधन हुए काफी समय बीत गया है।
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जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी क्या कह रहे?
इस संबंध में जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी विपिन श्रीवास्तव का कहना है कि उन्होंने राशन कार्डधारकों की सूची को दुकानवार छांटकर दे दी है। इसका सत्यापन कराया जा रहा है कि किस घर का कौन सदस्य मृत हो गया है। उनका नाम पोर्टल से हटा देंगे। उनका कहना है कि सूची में 5227 लोग हैं। जिनमें से अब तक 300 लोगों के नाम सत्यापन के बाद पोर्टल से हटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी परिवार अपने यहां मृत व्यक्ति की जानकारी नहीं देता। यह खुलासा भी आधार निरस्त होने के कारण हुआ है। अब हम इनको जल्द ही पोर्टल से हटा देंगे।
डीजे-लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध: इंदौर कलेक्टर ने परीक्षा को लेकर जारी किए आदेश, गाइडलाइन जारी
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