MP Kidnapping Case: नीमच में कुछ अज्ञात लोगों ने जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धारवे का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने उन्हें एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी में जबरन बैठाकर इंदौर की ओर ले जाने का प्रयास किया। घटना की सूचना मिलते ही उज्जैन पुलिस ने तत्परता दिखाई और एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर नाकाबंदी लगा दी गई।
पुलिस ने नागदा के पास राजस्थानी ढाबे के नजदीक हाईवे पर स्कॉर्पियो को घेर लिया और गाड़ी को रोककर सीईओ को सुरक्षित छुड़ा लिया। फिलहाल, पुलिस अपहरणकर्ताओं से घटना के पीछे की वजह पूछताछ कर रही है।
घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें काले रंग की स्कॉर्पियो को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को सड़क पर तैनात देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहा है कि जैसे ही गाड़ी राजस्थानी ढाबे के पास पहुंचती है, सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मी गाड़ी को रोक लेते हैं और सीईओ को सुरक्षित निकाल लेते हैं।
लिव इन पार्टनर से हुआ था झगड़ा
सूत्रों के अनुसार, सीईओ आकाश धारवे एक महिला के साथ कुछ सालों से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। बुधवार रात को महिला अपने परिजनों के साथ सीईओ के घर पहुंची और वहां हंगामा किया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला और उसके परिजनों को समझाइश देकर वहां से भेज दिया था। हालांकि, अगली सुबह कुछ लोग सीईओ के घर पहुंचे और उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गए।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की
एडिशनल एसपी नवल सिंह सिसोदिया ने बताया कि सीईओ धारवे के भाई ने सुबह पुलिस को फोन कर अपहरण की सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नागदा पुलिस के सहयोग से सीईओ को सुरक्षित छुड़ा लिया।
अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर नीमच लाया जा रहा है। पुलिस को लिव इन रिलेशनशिप को लेकर हुए विवाद की प्रारंभिक जानकारी मिली है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अपहरणकर्ताओं से पूछताछ जारी है और घटना के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। सीईओ धारवे को सुरक्षित छुड़ाने के बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
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