Bhopal FIITJEE Coaching Fraud: भोपाल के फिटजी कोचिंग सेंटर का मामला बढ़ता ही जा रहा है। इस समय खबर आ रही है कि FIITJEE की संपत्ति की नीलामी होने वाली है। जानकारी के मुताबिक नीलामी के रुपयों से ही छात्रों की फीस लौटाई जाएगी। भोपाल के कलेक्टर ने छात्रों को उनकी फीस वापसी का भरोसा दिया है। पुलिस ने चेयरमैन डीके गोयल को नोटिस भेजा है।
अभिभावकों ने किया विरोध प्रदर्शन
मंगलवार को अभिभावकों ने फिटजी कोचिंग सेंटर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया था। अभिभावकों ने प्रदर्शन कर कोचिंग के मालिक को गिरफ्तार करने की मांग रखी थी। साथ ही कोचिंग के चेयरमैन डीके गोयल का बैंक अकाउंट सीज करने की मांग भी की। इसके बाद एमपी पुलिस कोचिंग के चेयरमैन डीके गोयल को गिरफ्तार करने दिल्ली गई।
चेयरमैन की गिरफ्तारी के लिए तीन टीम का गठन
भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने मीडिया को बताया कि इस मामले के लिए तीन विशेष टीमों का गठन किया गया है। इनमें से एक टीम दिल्ली पहुंच चुकी है। गोयल के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। कमिश्नर मिश्रा ने कहा कि पुलिस गोयल की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और उसके ठिकानों की गहनता से तलाशी ली जा रही है।
कोचिंग में अभिभावकों के 12-15 करोड़ रुपये फंसे
हर अभिभावक ने करीब 2 लाख रुपए फीस कोचिंग को एडवांस दी थी। अब यह रुपये फंस गए हैं। सभी छात्रों के पैसे मिलाकर यह राशि करीब 12-15 करोड़ है। अभिभावकों का कहना है कि शिकायत के बाद कलेक्टर ने कोचिंग सेंटर का गुमास्ता रद्द कर दिया है। प्रशासन ने अभिभावकों को उनके फंसे पैसे वापस दिलाने का आश्वासन दिया है।
चेयरपर्सन पर 42 करोड़ गबन का आरोप
अभिभावकों के मुताबिक फिटजी के चेयरपर्सन पर 42 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप लगा है। बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो वायरल हो रहा था। इसमें कुछ लोग कोचिंग सेंटर के हेड को गालियां देते नजर आ रहे थे।
करीब 700 बच्चों का है एडमिशन
भोपाल ब्रांच में करीब 700 छात्रों का एडमिशन है। हर छात्र से डेढ़ से 3 लाख रुपए फीस ली जाती थी। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि कोचिंग सेंटर पर एक्शन लिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि वे बच्चों की फीस वापस कराने की कोशिश करेंगे।
वेतन न मिलने पर टीचर्स ने दिया इस्तीफा
अभिभावकों के मुताबिक दिसंबर के पहले सप्ताह तक क्लासेस जारी थीं। इसके बाद में कोचिंग सेंटर ने मैसेज भेजकर ऑनलाइन क्लास का आश्वासन दिया। जब पेरेंट्स ने कोचिंग सेंटर जाकर जानकारी ली, तो पता चला कि शिक्षकों ने वेतन न मिलने की वजह से इस्तीफा दे दिया है।