Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में नकली टाटा नमक और सर्फ एक्सेल वॉशिंग पाउडर बनाने वाली एक फैक्ट्री पर सोमवार रात स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने छापा मारा। अवधपुरी स्थित फैक्ट्री में अधिकारियों ने बड़ी मात्रा में नकली उत्पाद जब्त किए, जिन्हें असली जैसा पैक किया गया था। मंगलवार सुबह तक कार्रवाई जारी रही, जिसके बाद फैक्ट्री संचालक जितेंद्र उर्फ जीतू राठौर को गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ आगरा यूनिट के इंस्पेक्टर हुकुम सिंह ने बताया कि अवधपुरी में मकान नंबर 77 के अंदर चल रही एक अवैध मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद छापेमारी की गई।
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लाखों कमाता था आरोपी
छापेमारी के बाद अजीजपुर निवासी जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान जितेंद्र ने खुलासा किया कि वह पिछले तीन सालों से दिल्ली से मंगाए गए फेवी क्विक, दंत कांति टूथपेस्ट, एमडीएम गरम मसाला और मैगी मसाला समेत नकली उत्पादों की सप्लाई आगरा के ग्रामीण बाजारों में कर रहा था। 3 आरोपी कथित तौर पर इस अवैध कारोबार से हर महीने करीब 2 लाख रुपये कमाता था। इसके अलावा वह बिहार से नकली गोल्ड फ्लेक सिगरेट लाकर इलाके में बांटता था। सात महीने पहले उसने अवधपुरी में एक मकान किराए पर लिया और नकली टाटा नमक और सर्फ एक्सेल बनाने की फैक्ट्री लगाई। उसने दिल्ली से मशीनें, तराजू और अन्य उपकरण खरीदे।
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थोक में खरीदता कच्चा माल
जितेंद्र ने आगरा से नमक और वाशिंग पाउडर जैसे कच्चे माल थोक में खरीदे। वह हर दिन एक क्विंटल नकली टाटा नमक और 40 किलो तक सर्फ एक्सेल पैक करता था, जिसे बाद में राजस्थान के धौलपुर, माधोगढ़, चित्तौड़गढ़, किशनगढ़ और आसपास के जिलों के ग्रामीण बाजारों में बेचा जाता था। वह विशेष छूट योजना के नाम पर दुकानदारों को नकली सामान बेचता था और करीब दस गुना मुनाफा कमाता था।
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कई लोगों ने खरीदा नकली माल
इंस्पेक्टर हुकुम सिंह ने पुष्टि की कि जितेंद्र राठौर के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट और ट्रेड मार्क्स एक्ट के तहत जगदीशपुरा थाने में मामला दर्ज किया गया है। जितेंद्र ने दिल्ली के सदर इलाके में हेमंत और वासुदेव नाम के दो लोगों से नकली टाटा नमक और सर्फ एक्सेल की पैकिंग खरीदने की बात स्वीकार की। इसके बाद उसकी फैक्ट्री में ऑटोमेटेड मशीनों का इस्तेमाल कर नकली उत्पादों को पैक किया जाता था। चूंकि पैकिंग बिल्कुल असली जैसी होती थी, इसलिए ग्राहकों को धोखाधड़ी का शक नहीं होता था। फैक्ट्री में मुख्य रूप से 80 ग्राम के पाउच में नकली सर्फ एक्सेल बेचा जाता था, जिसे उपभोक्ता अक्सर खरीदते समय अनदेखा कर देते हैं।
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एसटीएफ ने फैक्ट्री से 80 ग्राम सर्फ एक्सेल के 4,720 नकली पैकेट, 1,375 किलोग्राम नकली टाटा नमक, स्थानीय स्तर पर खरीदे गए नमक के 96 बैग (प्रत्येक 50 किलोग्राम), टाटा नमक के 620 खाली बैग, टाटा नमक के 13,400 खाली पाउच, सर्फ एक्सेल के 15,000 खाली पाउच, सर्फ एक्सेल के 65 खाली बैग, 200 किलोग्राम स्थानीय वाशिंग पाउडर और स्वचालित पैकेजिंग मशीनें बरामद कीं। नकली सामान के उत्पादन और वितरण में शामिल व्यापक नेटवर्क का पता लगाने के लिए अधिकारी जांच जारी रखे हुए हैं।