Goarakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पिछले महीने में गुलरिया थाना क्षेत्र के बरगदही टोला महरीन में ब्रह्मभोज कार्यक्रम में आये रिश्तेदार का कुर्सी पर बैठने को लेकर गांव के युवकों से विवाद हो गया था, इसके बाद थोड़ी दूर पर स्थित शराब की दुकान के पास दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई, जिसमें एक पक्ष के 2 युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
इलाज के दौरान धर्मेंद्र निषाद की मृत्यु हो गई
इलाज के दौरान धर्मेंद्र निषाद की मृत्यु हो गई थी, हत्या के आरोप में प्रॉपर्टी डीलर अनिल निषाद समेत 3 अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। हत्या के बाद रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र में धर्मेंद्र निषाद के शव को उसके घर लाया गया था। उसके बाद चिड़ियाघर के सामने शव को रखकर राजा निषाद समेत सैकड़ो लोगों ने रास्ता जाम कर दिया गया था।
108 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इसके बाद पुलिस ने 108 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें पुलिस ने 8 नाम जद और 100 और ज्ञात लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, इस मामले में राजा निषाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड के लिए मेडिकल जांच करके कोर्ट में पेश कर दिया है। अब देखना यह होगा कि न्यायालय राजा निषाद के खिलाफ क्या फैसला सुनाती है।
बंसल न्यूज़ चैनल ने राजा निषाद से की बात
वहीं दूसरी तरफ जब बंसल न्यूज़ चैनल ने राजा निषाद से बात की तो उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री के पुत्र पूर्व सांसद प्रवीण निषाद और अमित निषाद दोनों लोग वहां पर मौजूद थे पर केवल हमारी गिरफ्तारी करवाई गई है जानबूझकर हमारी गिरफ्तारी कराई गई है।
इसके पीछे उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉक्टर संजय निषाद का हाथ है वह डर गए हैं हमसे की कैसे एक युवक लड़का तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है, राजनीतिक षड्यंत्र के तहत मुझे फसाया गया है। आपको बताते चलें कि राजा निषाद का निषाद समाज में अच्छी पकड़ मानी जाती है।