EPFO Scheme: कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। भारत सरकार ने श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा बढ़ाने के लिए 1976 में कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना (Employees Deposit Linked Insurance Scheme) शुरू की।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा इस स्कीम की देखरेख की जाएगी और इस पहल का उद्देश्य प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों को जीवन बीमा लाभ प्रदान करना है, जो EPFO के सदस्य हैं।
EDLI योजना
यह योजना स्थापित नियमों के अनुसार EPFO शेयरधारक कर्मचारियों के लिए बिना किसी लागत के क्रियान्वित की जाती है। यह कर्मचारी भविष्य निधि एवं विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत पंजीकृत सभी संस्थाओं पर लागू है। 15,000 रुपये तक का मूल वेतन पाने वाले कर्मचारी अपने आप इस योजना में नामांकित हो जाते हैं।
नियोक्ता को कर्मचारी के मासिक वेतन का 0.5 प्रतिशत EDLI योजना में योगदान करना होगा, जिसकी अधिकतम वेतन सीमा 15,000 रुपये होगी। यह ध्यान देने योग्य है कि कर्मचारियों को EDLI में कोई योगदान देने की आवश्यकता नहीं है।
नामित व्यक्ति को मिलेगी लंपसम बीमा राशि
रोजगार के दौरान कर्मचारी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की स्थिति में, नामित व्यक्ति को लंपसम बीमा राशि मिलेगी। इस लाभ की गणना कर्मचारी द्वारा पिछले 12 महीनों में अर्जित औसत मासिक वेतन के 30 गुना के आधार पर की जाती है, जिसकी अधिकतम सीमा 50,000 रुपये है।
इनकी संख्या 15,000 है। मिनिमम गारंटी लाभ 2.5 लाख रुपये है, जबकि मैक्सिमम लाभ मासिक वेतन सीमा के अधीन 7 लाख रुपये तक पहुंच सकता है। यह योजना मृतक कर्मचारियों के परिवारों को वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस योजना में नियोक्ता कर्मचारी के वेतन का 0.5% योगदान देता है। हालांकि, यदि बेहतर बीमा पॉलिसी उपलब्ध है, तो नियोक्ता के पास अपने कर्मचारियों के लिए समूह जीवन बीमा योजना (group life insurance plan) की पेशकश करने का ऑप्शन होता है, जो EDLI योजना के बराबर या उससे अधिक कवरेज प्रदान करता है।
योजना के फायदे
कर्मचारी की मृत्यु होने पर नामिती या उत्तराधिकारी को बीमा भुगतान प्राप्त होगा। इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए, आवश्यक दस्तावेजों के साथ क्लेम फॉर्म EPFO को प्रस्तुत करना होगा।
क्लेम अमाउंट सीधे नामांकित व्यक्ति के बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी। इस प्रयोजन के लिए, नामित व्यक्ति को EPFO वेबसाइट या निकटतम निकटतम कार्यालय से फॉर्म 5 IF प्राप्त करना चाहिए।
EPFO New Rules: EPFO में हुए प्रोविडेंट फंड से जुड़े ये चार बड़े बदलाव हुए, कर्मचारियों को मिलेगा बड़ा फायदा
EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अपने सर्कुलर में बदलाव किया है। ईपीएफओ ने पीएफ धारकों की मदद के लिए 4 बड़े बदलाव किए हैं। आइये जानें क्या हैं ये बड़े बदलाव।
EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अपने सर्कुलर में बदलाव किया है। ईपीएफओ ने PF धारकों की मदद के लिए 4 बड़े बदलाव किए हैं। इसमें पीएफ अकाउंट ट्रांसफर की सुविधा और केवाईसी अपडेट करने जैसे नियम शामिल हैं। जानें क्या हैं ये 4 बड़े बदलाव।
EPFO ने पीएफ धारकों के लिए पर्सनल डिटेल अपडेट करना बहुत आसान बना दिया है। कई बार अकाउंट खोलते समय कर्मचारियों की व्यक्तिगत जानकारी जैसे जन्मतिथि आदि गलती से गलत भर दी जाती है।
इसे ठीक करने के लिए कई प्रक्रियाएं पूरी करनी पड़ीं और कंपनी की मंजूरी भी लेनी पड़ी। लेकिन अब कर्मचारी स्वयं अपना पर्सनल डिटेल अपडेट कर सकेंगे। यह भी पढ़ें-