MP Liquor Ban: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नरसिंगढ़ में शराबबंदी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार धार्मिक शहरों में शराबबंदी लागू करने की दिशा में कदम उठा रही है। 1 अप्रैल से राज्य के कई धार्मिक नगरों में शराब पर प्रतिबंध लग जाएगा। इन शहरों में देशी, विदेशी, शराब दुकानों समेत बार आदि पर भी रोक लगा दी जाएगी।
11 जिलों के 17 धार्मिक स्थलों पर बैन होगी शराब
मध्य प्रदेश के 11 जिलों में स्थित 17 धार्मिक स्थलों पर अब पूरी तरह से शराबबंदी लागू की जाएगी। हालांकि, मुख्यमंत्री ने इस बारे में पहले ही जानकारी दी थी, लेकिन अब राज्य सरकार ने इसकी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। माना जा रहा है कि जिन जिलों के इन शहरों में शराबबंदी लागू होगी, वहां के प्रशासन को सरकार द्वारा आदेश जारी किया जाएगा और इन क्षेत्रों की लाइसेंसी शराब दुकानों को बंद कर दिया जाएगा।
उमा भारती ने की मोहन यादव की तारीफ
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने X पर लिखा कि मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार का ‘धार्मिक शहरों में पूरी शराबबंदी’ का निर्णय अत्यंत सराहनीय है। इसके लिए उन्होंने मोहन यादव का स्वागत किया। इसके साथ ही उमा भारती ने कहा कि दो साल पहले हमारी सरकार द्वारा घोषित की गई शराब पर प्रतिबंध नीति जनहित में और व्यावहारिक थी। हम पूर्ण शराबबंदी की दिशा में कदम बढ़ा रहे थे, और यह कदम उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
1. मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार के द्वारा "धार्मिक शहरों में पूर्ण शराब बंदी" अभूतपूर्व निर्णय है, इसके लिए मोहन यादव जी का अभिनंदन। @DrMohanYadav51@CMMadhyaPradesh
— Uma Bharti (@umasribharti) January 22, 2025
प्रदेश के इन संभावित धार्मिक नगरों में शराब बैन होगी
- उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर एक प्रमुख ज्योतिर्लिंग है। इसी कारण यह नगरी धार्मिक महत्व के लिए देश में प्रसिद्ध है।
- ओंकारेश्वर: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग है, जो शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह स्थान विशेष रूप से शिव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है।
- मैहर: शारदा देवी मंदिर एक शक्तिपीठ है और यह हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
- चित्रकूट: चित्रकूट भगवान राम से जुड़ा हुआ स्थल है। यहां स्थित रामघाट, कप्रोड़ा घाट, और राम मंदिर प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।
- ओरछा: रामराजा मंदिर यहां का प्रमुख स्थल है, और यह भगवान राम को समर्पित है। इसके अलावा, चतुर्भुज मंदिर और लक्ष्मी नारायण मंदिर भी यहां के प्रमुख आकर्षण हैं।
- महेश्वर: महेश्वर मंदिर शिव जी को समर्पित है। इस मंदिर के पास ही महेश्वर किला भी है जो ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
- खजुराहो: खजुराहो विश्व प्रसिद्ध कंदरिया महादेव मंदिर और अन्य अद्वितीय वास्तुकला से भरपूर मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- सांची: सांची स्तूप बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है। यहां स्थित स्तूप, अशोक स्तंभ और अन्य बौद्ध संरचनाएं ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
- अमरकंटक: यह स्थल नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है और यहां स्थित आदिवासी मंदिर और कपिलधारा दर्शनीय स्थल हैं। यह एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
- खजराना: खजराना गणेश मंदिर यहां का प्रमुख स्थल है, जो श्रद्धालुओं के लिए बहुत पवित्र है। यहां गणेश जी के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
- नलखेड़ा: नलखेड़ा का मां महाकाली मंदिर एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है और यह हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- सलकनपुर: सलकनपुर का बघेल रानी मंदिर विजयासन मां को समर्पित है और यह बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है।
- भोजपुर: यहां स्थित भोजेश्वर मंदिर शिव जी को समर्पित है, और यह मंदिर अपनी प्राचीन वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
- जबलपुर: बड़े महादेव और रानी दुर्गावती मंदिर जबलपुर के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं, जो पर्यटकों और भक्तों को आकर्षित करते हैं।
- मंदसौर: मंदसौर का पारसनाथ जैन मंदिर और कृष्ण मंदिर प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। यह स्थान जैन धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है।
- खजराना: खजराना गणेश मंदिर का महत्व पहले ही बताया गया है, जो मध्य प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
- दतिया: यहां स्थित बेतवा नदी के किनारे पीतल मंडी और रानी दुर्गावती देवी का मंदिर हैं। यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए खास महत्व रखता है।
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शुक्रवार को कैबिनेट मिटिंग में चर्चा
शुक्रवार को महेश्वर में होने वाली कैबिनेट मीटिंग में शराबबंदी को लेकर सीएम मंत्रियों से चर्चा करेंगे। कैबिनेट में चर्चा के बाद इस पर मुहर लग जाएगी और नई शराब नीति में इसके लिए प्रावधान जोड़े जा सकते हैं।
बजट सत्र में रखा जाएगा प्रस्ताव
शराबबंदी के लिए मार्च में होने वाले बजट सत्र में प्रस्ताव रखा जा सकता है। जिन 17 शहरों में सरकार शराबबंदी लागू करना चाहती है, उनके लिए आबकारी नीति में संशोधन किया जाने। 1 अप्रैल से नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत होगी, इसलिए इन शहरों में शराबबंदी के लिए ड्राफ्ट पहले से तैयार किया जाएगा और उस पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव की घोषणा के बाद यह तय हो चुका है कि अब प्रदेश के 11 जिलों में स्थित 17 धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी लागू की जाएगी।
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