Ayurvedic Jadi Buti Kamarkas: कमरकस, जिसे लैटिन में साल्वाडोरा पर्सिका कहा जाता है, आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध एक जड़ी बूटी है। इसे आमतौर पर “कमर कसने वाली” जड़ी-बूटी भी कहा जाता है।
कमरकस मांसपेशियों को मजबूत करने और शारीरिक थकान को दूर करने में मदद करती है। कमरकस के बीज और गोंद औषधीय रूप से उपयोगी हैं और इनका सेवन सर्दियों में विशेष रूप से लाभकारी होता है।
कमरकस के फायदे
शरीर को गर्मी प्रदान करने के लिए
सर्दियों में शरीर को ठंड से बचाने के लिए कमरकस का सेवन किया जाता है। इसमें थर्मोजेनिक गुण होते हैं जो शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करते हैं।
यह सर्दी से संबंधित बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में सहायक है।
इम्युनिटी बढ़ाता है
कमरकस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व शरीर की इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं। सर्दियों में बार-बार होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए इसका सेवन फायदेमंद है।
पोस्टपार्टम देखभाल
कमरकस के लड्डू प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं के शरीर को ताकत देने के लिए बनाए जाते हैं। यह न केवल कमर और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है बल्कि ऊर्जा भी प्रदान करता है।
जोड़ों और हड्डियों के लिए फायदेमंद
कमरकस में मौजूद प्राकृतिक औषधीय तत्व जोड़ों और हड्डियों के दर्द से राहत दिलाते हैं। सर्दियों में इसका नियमित सेवन गठिया और अन्य गठिया से संबंधित समस्याओं में मदद करता है।
पाचन में सुधार करता है
कमरकस का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। सर्दियों में लोग भारी भोजन खाते हैं, जिससे अपच हो सकती है। कामराकास इस समस्या का समाधान करता है।
सेवन कैसे करें?
कमरकस का उपयोग लड्डू, पाउडर के रूप में या दूध में मिलाकर किया जा सकता है। इसे आमतौर पर गोंद, सूखे मेवे और घी के साथ मिलाकर लड्डू के रूप में तैयार किया जाता है।
रात को सोने से पहले दूध के साथ इसका सेवन करना विशेष रूप से लाभकारी है।
नोट: गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए। इसका अधिक सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
UTI Prevention Tips: सेक्स के बाद यूरिन करने से क्या UTI का खतरा होगा कम? यहां जानें यूटीआई से बचाव के तरीके!
यूटीआई इंफेक्शन जो यूरिनरी ट्रैक्ट में होता है, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इसका का खतरा ज्यादा रहता है। इस इन्फेक्शन के होने के कई कारण हो सकते हैं। यूटीआई के इन खतरो में सेक्स भी शामिल है।
सेक्स के बाद UTI होने का कारण क्या?
सेक्स के दौरान, बैक्टीरिया वजाइना या पेनिस से यूरिनरी ट्रैक्ट में चले जाते हैं। ये बैक्टीरिया यूरिनरी ब्लैडर में पहुंचकर इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट छोटा और सीधा होने के कारण महिलाओं में इसका खतरा ज्यादा होता है। पढ़ें पूरी खबर…