Saurabh Sharma Controversy: मध्यप्रदेश के सबसे चर्चित आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा मामले में अब सियासत तेज हो गई है। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के आरोपों पर बीजेपी नेता और विधायक भूपेंद्र सिंह ने बड़ा बयान दिया है।
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सौरभ शर्मा केस से उनका कोई लेना देना नहीं है। इस मामले में हेमंत कटारे मैनेज होकर बयान दे रहे हैं। मैं उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। हालांकि, भूपेंद्र सिंह ने यह नहीं बताया कि कटारे ने किससे कहने पर आरोप लगाए हैं।
भूपेंद्र सिंह की लिखी नोटशीट दिखाई
पहले बताते हैं हेमंत कटारे ने पूर्व मंत्री पर क्या आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति में तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी। कटारे ने तत्कालीन गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह की लिखी नोटशीट भी जारी की है। जिसमें भूपेंद्र सिंह के साइन दिखाई दे रहे हैं।
कटारे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मंत्री और सागर के खुरई से विधायक भूपेंद्र सिंह के एक बयान का भी जिक्र किया। जिसमें भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरक्षक की नियुक्ति की फाइल मंत्री तक नहीं आती है। ये नियुक्ति ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के स्तर से होती है। वह कोई ऐसा एक कागज या नोटशीट दिखा दें, जिसमें मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति की सिफारिश की हो तो बताएं।
कटारे ने दिखाया बयान का वीडियो और नोटशीट
कटारे ने मीडियो के सामने भूपेंद्र सिंह के बयान का वीडियो दिखाते हुए कहा- पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने एक कागज दिखाने की बात कही थी। मैं दो-दो कागज दिखा रहा हूं। सौरभ के नियुक्ति पत्र की प्रति तत्कालीन परिवहन मंत्री के निज सचिव को भेजी गई थी। उस आदेश की प्रतिलिपि जिन्हें भेजी गई उसमें लिखा था ‘निज सहायक माननीय परिवहन मंत्री जी की नोटशीट क्रमांक 14/09/16 के संदर्भ में सूचनार्थ’… इससे यह स्पष्ट होता है कि सौरभ शर्मा की पोस्टिंग में तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी। कटारे ने नोटशीट भी जारी की।
कलेक्टर के लेटर पर मंत्री ने खुद संज्ञान ले लिया
कटारे ने कहा कि मंत्री जी का दूसरा कागज मैं दिखा रहा हूं, जिसमें भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर की नोटशीट है। इसमें पूर्व मंत्री के साइन है। कटारे ने सवाल किया कि आरक्षक की भर्ती में मंत्री अभिमत क्यों मांग रहे हैं? मंत्री खुद ही नियुक्ति के लिए कह रहे हैं और अभिमत भी मांग रहे हैं। कागज बता रहे हैं कि मंत्री जी डायरेक्ट इसमें इन्वॉल्व थे।
कटारे ने कहा- 12/08/2016 का कलेक्टर का एक पत्र है। उसमें कलेक्टर ने परिवहन आयुक्त को पत्र लिखा। उसकी कॉपी संचालक स्वास्थ्य सेवाएं, दूसरी प्रतिलिपि सीएमएचओ ग्वालियर और तीसरी सौरभ शर्मा को भेजी गई। कटारे ने कहा, मंत्री को कहीं कोई प्रतिलिपि नहीं भेजी गई है। लेकिन मंत्री जी को सौरभ शर्मा के प्रति इतनी चिंता थी कि उन्होंने स्वत: संज्ञान ले लिया।
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